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उत्तर प्रदेश पिछले चौबीस घंटे में संक्रमण के 273 नये मामले आये सामने: अमित मोहन

लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह): प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब 2,606 हो गई है। वहीं अब तक 3,581 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 273 नये मामले सामने आए हैं। अब तक प्रदेश में इस वायरस से कुल 167 मौतें हुई हैं।

रविवार को कुल 7,314 कोरोना नमूनों की हुई जांच

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि राज्य में इस समय 2,711 लोग आइसोलेशन वार्ड में और 10,270 लोग फैसिलिटी क्वारंटाइन में हैं। फैसिलिटी क्वारंटाइन में उन लोगों को रखा गया है जो कि कोरोना संक्रमितों के सम्पर्क में रहे हैं। हॉटस्पॉट में होने के कारण उनमें लक्षण नजर आये या जिनमें संक्रमण की सम्भावना होती है। उन्होंने बताया कि रविवार को कुल 7,314 कोरोना नमूनों की जांच की गई।

936 पूल के जरिए विभिन्न नमूनों की हुई जांच

उन्होंने बताया कि रविवार को 936 पूल के जरिए विभिन्न नमूनों की जांच की गई। इनमें 736 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई। इसमें 110 पूल पॉजिटिव आये। वहीं 200 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई। इसमें 51 पूल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

3.62 करोड़ लोगों के बीच पहुंची स्वास्थ्य टीमें

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार विभिन्न क्षेत्रों में लोगों के बीच पहुंचकर सर्वेश्रण कर रही हैं। अभी तक 11,920 इलाकों में 91,347 टीमें 72,18,440 घरों के बीच सम्पर्क के लिए पहुंची है। इस दौरान 3,62,29,716 लोगों से सम्पर्क किया है। लक्षण मिलने वालों की जांच करायी गई।

आरोग्य सेतु एप को लेकर 34,935 लोगों को कन्ट्रोल रूम से फोन

उन्होंने बताया कि प्रदेश में ‘आरोग्य सेतु’ एप डाउनलोड करने वालों के जो अलर्ट मिल रहे हैं, उन्हें सम्बन्धित जनपदों को भेजा जा रहा है। वहीं कन्ट्रोल रूम के जरिए जो लोग संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आये हैं, उन्हें फोन करके इसकी जानकारी दे रहे हैं। अभी तक 34,935 लोगों को फोन किया जा चुका है।

8,50,899 प्रवासी कामगारों का किया गया सर्वेश्रण

प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि अब तक आशा कार्यकत्रियों द्वारा 8,50,899 प्रवासी कामगारों का सर्वेश्रण किया जा चुका है। इनमें 892 में कोई न कोई लक्षण मिलने पर उन्होंने इसकी सूचना दी, जिसके बाद जांच करायी जा रही है।

उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में ग्राम और मोहल्ला निगरानी समितियां इस बात का ध्यान रखें कि घरेलू एकांतवास (होम क्वारंटाइन) में भेजे गये लोग निर्धारित समय तक नियमों का पालन करें, बाहर नहीं निकलें। शासनादेश में स्पष्ट कहा गया है कि यदि घरेलू एकांतवास में रहने वाले लोग नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें एकातंवास केन्द्रों में भेजा जाए।

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