उत्तराखंडराज्य

तेज बारिश से सहमा उत्तराखंड, उफान पर नदियां, सड़कें तबाह, फंसे 6 हजार श्रद्धालु

नई दिल्ली: बारिश कहर बरपा रही है। मौसम विभाग ने राज्य के 13 में से 9 जिलों में रविवार को भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था। हुआ भी वही। तेज बारिश के चलते केदारनाथ, बद्रीनाथ हाईवे समेत 115 से ज्यादा सड़कें बंद हो गईं। कई रास्ते भूस्खलन तो कुछ बह जाने के कारण बंद हो गए। चार धाम यात्रा रोक दी गई है। इससे जगह-जगह 6 हजार श्रद्धालु फंसे हैं। ऋषिकेश एआरटीओ मोहित कोठारी के मुताबिक पहाड़ों पर मौसम बहुत खराब है, इसलिए हरिद्वार और ऋषिकेश में 600 श्रद्धालु फंस गए हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने हरिद्वार से आगे जाने पर रोक लगा दी है। गंगोत्री और यमुनोत्री जा रहे 480 यात्रियों को भद्रकोली चेकपोस्ट पर रोका है।

बार अलकनंदा, भागीरथी, सारदा, मंदाकिनी और कोसी नदी खतरे के निशान पर बह रही हैं। ऋषिकेश में गंगा नदी का स्तर 339.15 मी. है, जो खतरे के निशान के बेहद करीब है। इसलिए हरिद्वार प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। उधर, लगातार बारिश के चलते बद्रीनाथ, गोविंदघाट से लेकर जोशीमठ तक बिजली ठप हो गई है। फिलहाल एसडीआरएफ, पुलिस के राहत-बचाव दल नदी किनारे वाले इलाकों में तैनात हैं। बस्तियों में मुनादी भी करा दी गई है। लोगों से अगले 48 घंटे नदी-नालों से दूर रहने को कहा गया है।

हरियाणा में रविवार को 16 जिलों में बारिश या बूंदाबादी हुई। 24 घंटे में औसतन 9.6 मिमी. पानी बरसा। सिरसा में सबसे ज्यादा 44.7, फतेहाबाद में 38.3, हिसार में 16.2, रेवाड़ी में 8.7, महेंद्रगढ़ में 6.9 मिमी. बारिश दर्ज की गई। एक दिन में ही मानसूनी बारिश की कमी 8% धुल गई। 6 जुलाई तक यह 18% कम थी। 7 जुलाई को 10% कमी रह गई। मानसून सीजन में 1 जून से अब तक 70.9 मिमी. बारिश हुई है, जबकि 78.5 मिमी. सामान्य है। बारिश से तापमान 4.8 डिग्री तक कम हो गया। सिरसा में रात का पारा 22.6 डिग्री तो भिवानी में दिन का पारा 30.5 डिग्री रहा। 8 जुलाई को भी कई जिलों में बारिश हो सकती है।

इस वक्त देश के 75% हिस्से में मानसून मेहरबान है। 3 दिन पहले तक देश में बारिश का कोटा सामान्य से 3% कम था, लेकिन दो दिन से जारी बारिश के चलते अब ये 2% ज्यादा हो गया है। हिमाचल प्रदेश में बारिश के चलते 76 सड़कें बंद हो गई हैं। पानी सप्लाई की 69 स्कीमें भी बंद पड़ी हैं। 34 क्षेत्रों में बिजली सप्लाई भी ठप है।

एचएयू के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता 8 जुलाई तक बनी रहेगी। इससे कुछ क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। 9 से 11 जुलाई के दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता में कमी आ सकती है। इस दौरान कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी या हल्की बारिश संभव है। 12 जुलाई से मानसून की सक्रियता फिर से बढ़ने की संभावना है।

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