देहरादून । रविवार को कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा की थी। ऐन चुनाव से पहले कांग्रेस में गए बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। जबकि रानीखेत विधानसभा से चुनाव हारने वाले करण माहरा को प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। प्रदेश नेतृत्व में हुए इस फेरबदल से कांग्रेस के कई बड़े नेता नाराज हैं।
बताया जा रहा है कि इनमें से कई विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं, और बीजेपी इन विधायकों को पार्टी में शामिल करा सकती है। प्रदेश में साल 2016 की तरह दलबदल के संकेत मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस के आठ विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। ये जल्द ही बीजेपी से जुड़ सकते हैं। इनमें 5 विधायक कुमाऊं और 3 गढ़वाल के बताए जा रहे हैं। इस तरह कांग्रेस में बड़ी बगावत होने जा रही है।
दरअसल यशपाल आर्य के नेता प्रतिपक्ष और करण माहरा के प्रदेश अध्यक्ष बनने से कई लोग नाराज हैं। ये नाराजगी कांग्रेस में बड़ी टूट की वजह बन सकती है। कांग्रेस के 10 विधायक कल देहरादून में गोपनीय बैठक करेंगे। बैठक में विधायक हरीश धामी, मनोज तिवारी, मदन बिष्ट, मयूख महर, खुशाल सिंह अधिकारी, ममता राकेश, विक्रम नेगी, राजेंद्र भंडारी शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस द्वारा उपेक्षा से नाराज कुछ विधायकों के जल्द ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की सुगबुगाहट है।