भारत में निर्मित डेंगू के खिलाफ वैक्सीन को फेज-1 ट्रायल की मंजूरी
नई दिल्ली : दिल्ली समेत देश के अलग-अलग इलाकों में डेंगू के कहर के बीच एक अच्छी खबर है. भारत में बहुत जल्द इसकी वैक्सीन भी तैयार हो जाएगी, क्योंकि डेंगू की वैक्सीन के पहले फेज के ट्रायल को हरी झंडी मिल गई है. देश की अग्रणी वैक्सीन निर्माता कंपनी ‘द इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड’ (आईआईएल) को डेंगू के टीके के पहले चरण के परीक्षण की अनुमति मिल गई है.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, द इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड’ के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. के आनंद कुमार ने इसकी जानकारी दी. ग्रेटर नोएडा में वर्ल्ड डेयरी समिट के मौके पर आनंद कुमार ने कहा कि हमें अब डेंगू की वैक्सीन के लिए पहले चरण के परीक्षण की अनुमति मिल गई है. अभी तक भारत में डेंगू का कोई टीका नहीं है. यह एक बहुत बड़ा मील का पत्थर होगा. हमने सभी जानवरों का परीक्षण पूरा कर लिया है और अब हमें ह्यूमन ट्रायल यानी मानव परीक्षणों की अनुमति दी जा रही है.
आईआईएल के प्रबंध निदेशक डॉ. के आनंद कुमार ने आगे कहा कि आईआईएल यानी द इंडियन इम्यूनोलॉजिकल्स लिमिटेड अमेरिका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) के सहयोग से डेंगू का टीका विकसित कर रहा है. उन्होंने हमें वायरस मुहैया कराया. उन्होंने पहले चरण के ट्रायल को लेकर और जानकारी देते हुए बताया कि ट्रायल के लिए केंद्रों की पहचान पहले से कर ली गई है और जल्द इसका ट्रायल शुरू होगा. इतना ही नहीं, उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो साल के भीतर डेंगू की वैक्सीन भारत में लॉन्च हो जाएगी.
आधिकारिक रिकॉर्ड की मानें तो डेंगू के दो अन्य वैक्सीन कैंडिडेट्स हैं, जिन्हें पैनेशिया बायोटेक लिमिटेड और सनोफी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किए जा रहे हैं. दोनों को क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मिल गई है. पैनेशिया बायोटेक लिमिटेड ने फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल पूरे कर लिए हैं. वहीं, सनोफी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की वैक्सीन को अमेरिका में पहले ही मंजूरी मिल चुकी है और इसने भारत में परीक्षण करना शुरू कर दिया है.
नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल (एनसीवीबीडीसी) के अनुसार, पिछले साल देश भर में डेंगू के 1,93,245 मामले सामने आए थे और इस बीमारी ने 346 लोगों की जान ली थी. वहीं, केवल राजधानी दिल्ली की बात करें तो इस साल डेंगू के मामलों में तेजी दर्ज की गई है. इस साल अब तक दिल्ली में मच्छर जनित बीमारी के कुल मामलों की संख्या 240 से अधिक हो गई है.