वेंकैया नायडू ने बाबा विश्वनाथ धाम व कालभैरव में किया दर्शन-पूजन
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर को देख अभिभूत हुए राष्ट्रपति व उषा नायडू
उपराष्ट्रपति ने बाबा से देश में सुख शान्ति और लोक कल्याण की कामना की
–सुरेश गांधी
वाराणसी : उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अपनी दो दिवसीय काशी यात्रा के के दौरान शनिवार को बाबा विश्वनाथ धाम एवं काल भैरव मंदिर में वैदिक मंत्रोचार के बीच विधि-विधान से दर्शन किया। उनके साथ पत्नी एम. उषा नायडु के अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक, स्टांप शुल्क पंजीयन राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल सहित शहर के कई अधिकारी मौजूद थे। मंदिर दर्शन करने के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू चंदौली जनपद के पड़ाव में बने पं. दीनदयाल स्मृति उपवन पहुंचकर एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय के गगनचुंबी विशाल प्रतिमा की चरणों में शीश नवाया और पुष्पांजली अर्पित की। उन्होंने स्मृति उपवन के थ्रीडी मॉडल एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन चरित्र पर आधारित थ्रीडी फिल्म का भी अवलोकन किया। दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती देखने के बाद उन्होंने विजिटर डायरी में मन की बात को भी लिखा।
इस दौरान उपराष्ट्रपति ने मंदिर परिसर में भारत माता के आदमकद प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपना शीश नवाया। दर्शन पूजन के लिए पहुंचे राष्ट्रपति एवं उनकी पत्नी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर को भी देख अभिभूत हुए। उपराष्ट्रपति ने बाबा से देश में सुख शान्ति और लोक कल्याण की कामना की। दरबार में दर्शन पूजन के बाद उपराष्ट्रपति ने काशी विश्वनाथ धाम के नव्य और भव्य विस्तारित स्वरूप का अवलोकन भी किया। इस दौरान धाम की छटा और सुंदरता देख उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी आहृलादित नजर आए। उपराष्ट्रपति ने मौजूद अफसरों से धाम के बारे में जानकारी ली और कहा कि अकल्पनीय है धाम। इस दौरान उपराष्ट्रपति को बाबा श्री काशीविश्वनाथ के प्रतिमा का स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। गर्भगृह के दक्षिणी द्वार पर बैठे और मंदिर अर्चक नीरज पांडे व टेक्नारायण के आचार्यत्व में षोडशोपचार पूजन कराया और उपराष्ट्रपति ने बाबा की आरती कर देश कल्याण की कामना किये।
मंदिर के अर्चकों ने फल प्रसाद दिया गया। पूजा अर्चना के बाद पूरे परिवार के साथ विश्वनाथ धाम में भ्रमण पर निकले अहिल्याबाई और भारत माता को नमन किये। तत्पश्चात उपराष्ट्रपति ने काशी के कोतवाल श्री काल भैरव मंदिर में भी विधिवत दर्शन पूजन किया बाबा की आरती उतारी। बाबा काल भैरव के महंत प्रवीण कुमार दुबे ने भैरव अष्टक मंत्र से विधि विधान से पूजन कराया। तेल, धुप,माला, कपूर की महाआरती कराई। साथ ही उपराष्ट्रपति को मंदिर की तरफ से अंग वस्त्र रुद्राक्ष की माला प्रसाद स्वरूप दिया गया। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र दयालु ने अगवानी की। प्रस्थान के समय लोक नृत्य कलाकारों ने तिरंगा फहराते हुए भारत माता की जय के उदघोष के साथ विदा किये उस दौरान सभी लोगों का हाथ जोड़ कर अभिवादन स्वीकार किये।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पत्नी उषा नायडू के साथ शुक्रवार की शाम सुप्रसिद्ध दैनिक संध्या गंगा आरती देखी। इसके बाद उन्होंने गंगा सेवा निधि की विजिटर डायरी में लिखा कि दशाश्वमेध घाट पर प्रकृति और संस्कृति दोनों का सुंदर संगम देखकर मन अभिभूत हो गया। दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की मंत्रमुग्ध कर देने वाली गंगा आरती का आयोजन करने वाले गंगा सेवा निधि के सेवकों को मेरी ह्रदय से शुभकामनाएं, मां गंगा सबका कल्याण करें। उपराष्ट्रपति ने बरेका गेस्ट हाउस में विजिटर डायरी पर अपना संदेश लिखा।