अद्धयात्मजीवनशैली

एक अगस्‍त को मिथुन में प्रवेश करेंगे शुक्र, राहु-शुक्र की युति लाएगी बदलाव

ज्योतिष : सावन माह के शनि प्रदोष 1 अगस्त 2020 को प्रात:काल 5 बजे, पंचांग अनुसार 31 जुलाई को शुक्र गोचरवश राशि परिवर्तन कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र को नैसर्गिक भोग विलास व दाम्पत्य का कारक माना जाता है। फिल्म इंडस्ट्री, फैशन, गीत-संगीत, ललित-कलाओं में शुक्र का प्रतिनिधित्व होता है। मिथुन राशि में पूर्व से ही राहु विद्यमान हैं, शुक्र के राशि परिवर्तन से मिथुन राशि में राहु-शुक्र की युति होगी जो फिल्म इंडस्ट्री, फैशन, गीत-संगीत, ललित-कलाओं से संबंधित व्यक्तियों के लिए हानिकारक होगी। शुक्र का मिथुन राशि में प्रवेश से बनने वाली शुक्र-राहु की युति सभी 12 राशियों पर अपना प्रभाव डालेगी।


— मेष राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार साहस-पराक्रम में वृद्धि होगी। धन लाभ होगा। अधीनस्थों का सहयोग प्राप्त होगा। भाग्योदय होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त होगा।
— वृष राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। संतान प्राप्ति का योग बनेगा। विद्यार्थी वर्ग को परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। विद्या अध्ययन में रुचि बढ़ेगी। शत्रु पराभव होगा। स्त्री सुख प्राप्त होगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी।
— मिथुन राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। शत्रु परास्त होंगे। अविवाहितों का विवाह होगा। घर में संतान का जन्म होगा। व्यापार में लाभ होगा। विद्यार्थी वर्ग का विद्याध्ययन में मन लगेगा। स्त्री जाति से लाभ होगा। फिल्म इंडस्ट्री, फैशन, संगीत से संबंधित व्यक्तियों को विशेष लाभ होगा।


— कर्क राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार मित्रों से लाभ होगा। आर्थिक उन्नति होगी। भोग-विलास के संसाधनों की प्राप्ति होगी। उत्तम शैय्या सुख प्राप्त होगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। अविवाहितों के विवाह के योग बनेंगे। उत्तम शैय्या सुख की प्राप्ति होगी। रत्न-आभूषणों की प्राप्ति होगी। वैभव-विलासिता की वस्तुएं प्राप्त होंगी।
— सिंह राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। प्रेम संबंध सफल होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। मनोअभिलाषाएं पूर्ण होंगी।
— कन्या राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार शारीरिक कष्ट होगा। मानसिक चिंता में वृद्धि होगी। व्यर्थ धन हानि होगी। कार्यक्षेत्र में विघ्न आएंगे। शत्रु प्रभावी होंगे। स्त्री जाति से कष्ट होगा। राज्य की ओर से परेशानियां आएंगी। संबंधियों से विवाद होगा।
— तुला राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार प्रत्येक कार्य में लाभ होगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। बंधु-बांधवों से लाभ व सहयोग प्राप्त होगा। भाग्य का साथ प्राप्त होगा।
— वृश्चिक राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार धन लाभ होगा। संकटों से मुक्ति मिलेगी। भोग-विलास की सामग्री प्राप्त होगी। संबंधियों से लाभ होगा। प्रेम संबंध सफल होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। मन प्रसन्न व आनंदित रहेगा। नवीन वस्त्राभूषणों की प्राप्ति होगी।
— धनु राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार प्रतिष्ठा धूमिल होगी। अथक परिश्रम का अपेक्षित फल प्राप्त नहीं होगा। जीवनसाथी से विवाद होगा। स्त्री जाति के कारण अपमानित होने की संभावना है। धनहानि होगी। मूत्र संबंधी विकारों के कारण कष्ट होगा। व्यर्थ प्रवास व यात्राएं होंगी।
— मकर राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार शत्रुता में वृद्धि होगी। शत्रु प्रभावी होंगे। साझेदारी से हानि होगी। जीवनसाथी से मतभेद होंगे। दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना है। मन खिन्न व उदास रहेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। दाम्पत्य सुख की हानि होगी। प्रेम संबंध असफल होंगे।


— कुंभ राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार पुत्र से लाभ होगा। धन की प्राप्ति होगी। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। शत्रु पराजित होंगे। पुत्र जन्म के योग बनेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। प्रेम संबंध सफल होंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। पर्यटन के अवसर प्राप्त होंगे। उत्तम शैय्या सुख प्राप्त होगा। भूमि, भवन, वाहन क्रय करने के योग बनेंगे।
— मीन राशि वाले को शुक्र के गोचर अनुसार मनोअभिलाषाएं पूर्ण होंगी। मन प्रसन्न व आनंदिन रहेगा।आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। भोग-विलास की सामग्री प्राप्त होगी। संपत्ति प्राप्ति के योग बनेंगे। वाहन सुख प्राप्त होगा। संबंधियों से स्नेह प्राप्त होगा।
शुक्र के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय-
— शुक्रवार को शुक्र का दान करें- (दान सामग्री: श्वेत वस्त्र, सौंदर्य सामग्री, इत्र, चांदी, शकर, दूध-दही, चावल, घी, स्फटिक, सफेद पुष्प)
— शुक्रवार के दिन ब्राह्मणों को श्वेत मिष्ठान या खीर खिलाएं।
— शुक्रवार को मंदिर में तुलसी का पौधा लगाएं।
— प्रत्येक शुक्रवार चींटियों को आटा व पिसी शक्कर मिश्रित कर डालें।
— सफेद गाय को नित्य चारा व रोटी खिलाएं।

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