स्कॉलरशिप पाने वाले स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन डिजिलॉकर से
लखनऊ: छात्रवृत्ति पाने वाले छात्र-छात्राओं के शैक्षिक प्रमाणपत्रों व मार्कशीट का सत्यापन डिजिलॉकर के माध्यम से भी किया जा सकेगा। समाज कल्याण विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों व एफिलिटिंग एजेंसी से छात्र-छात्राओं के सभी परीक्षाफल डिजिलॉकर में अपलोड करने के लिए कहा है। साथ ही छात्र-छात्राओं के पहले के सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र व अन्य दस्तावेजों को भी डिजिलॉकर में रखे जाने की कार्रवाई करने को कहा गया है। अधिकारियों के मुताबिक समाज कल्याण विभाग ने यह पहल छात्रवृत्ति को लेकर की है। जिससे छात्रों को छात्रवृत्ति व फीस प्रतिपूर्ति मिलने में कोई दिक्कत न आए। आवेदन से लेकर छात्रवृत्ति खाते में पहुंचने तक छात्रों को कहीं दौड़ना भागना नहीं पड़ेगा।
जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ अमरनाथ यति बताते हैं कि सभी बोर्ड, विश्वविद्यालय व एफिलिएटिंग एजेंसी द्वारा छात्रों के परीक्षाफल, प्रमाणपत्र जैसे दस्तावेजों को डिजिलॉकर में रखा जाना है। इसके लिए संस्थानों से छात्र -छात्राओं के पूर्व के सभी शैक्षित सत्रों के परीक्षाफल व प्रमाणपत्र आदि को भी 15 दिन में भीतर डिजिलॉकर में रखे जाने के लिए अपने स्तर से आवश्यक कार्यवाई करने को कहा गया है।
छात्रवृत्ति में आती हैं दिक्कतें
दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना में कई तरह की दिक्कतों के कारण छात्रों को जिला समाज कल्याण अधिकारी के चक्कर लगाने पड़ते हैं। बारबार प्रमाण पत्र व मार्कशीट व अन्य दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं। अब अगर सभी दस्तावेज प्रमाणपत्र व अंकपत्र एक जगह पर होंगे संदिग्ध श्रेणी में आने पर छात्रों की मार्कशीट प्रमाणपत्र का जिला स्तरीय अधिकारी एक क्लिक में सत्यापन कर लेंगे। शैक्षिक जानकारी मैच न होने की दशा में भी सत्यापन तुरंत हो जाएगा। छात्रों को समाज कल्याण, पिछड़ा कल्याण या अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के चक्कर नहीं लगाना होगा।