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राष्ट्रपति, PM मोदी समेत दिग्गजों ने मनमोहन सिंह को दी अंतिम विदाई, सिख रीति-रिवाजों से हुआ अंतिम संस्कार

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि दी। मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी समेत देश के शीर्ष नेता शामिल हो रहे हैं। राजकीय अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर हुआ। आचार्य योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि अंतिम संस्कार की रस्में चंदन की लकड़ी और सिख रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मनमोहन सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम श्रद्धांजलि दी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी। मनमोहन की पत्नी गुरशरण कौर, बड़ी बेटी उपिंदर सिंह (65), दूसरी बेटी दमन सिंह (61) और तीसरी बेटी अमृत सिंह (58) निगमबोध घाट पर मौजूद थे। परिवार ने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की। बेटी ने मुखाग्नि दी।

गुरुवार को हुआ था निधन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री को अंतिम श्रद्धांजलि दी। 92 वर्षीय मनमोहन सिंह का गुरुवार शाम यहां दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। डॉ. सिंह का राजनीतिक करियर कई दशकों तक चला, जिसमें वह 1991 से 1996 तक वित्त मंत्री सहित उल्लेखनीय पदों पर रहे, इस दौरान उन्होंने आर्थिक सुधारों का नेतृत्व किया जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को बदल दिया। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के बाद 2004 से 2014 तक भारत के 13वें प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया।

आर्थिक विकास में अहम भूमिका
उनके कार्यकाल को विशेष रूप से आर्थिक संकट के दौरान उनके स्थिर नेतृत्व और भारत की अर्थव्यवस्था को आधुनिक बनाने में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है। अपने दूसरे कार्यकाल के बाद डॉ. सिंह ने सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लिया और भारत को अभूतपूर्व विकास और अंतरराष्ट्रीय पहचान के दौर में पहुंचाया। 2014 में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के आम चुनाव हारने के बाद नरेंद्र मोदी ने उनकी जगह ली।

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