दस्तक टाइम्स/एजेंसी- हरियाणा: गुड़गांव। विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक अशोक सिंघल की हालत में रविवार को सुधार है। सुबह भाजपा के केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह समेत कुछ लोगों ने उनसे मुलाकात भी की है। 89 साल के सिंघल को तबीयत बिगड़ने के बाद शुक्रवार देर रात गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था, आईसीयू में इलाज चल रहा है।
अमित शाह व जेपी नड्डा भी आए थे कल
डॉक्टरों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह उन्होंने आंखें खोली। तबीयत में सुधार होने के कारण कुछ लोगों को उनसे मिलने की इजाजत दी गई है। इससे पहले शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। रविवार को सवा 10 बजे राजनाथ सिंह भी सिंघल से मिलने गुड़गांव पहुंचे।
एक महीने से है सांस संबंधी परेशानी
विहिप की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सिंघल को एक महीने से ज्यादा वक्त से सांस संबंधी परेशानी हो रही है. इलाहाबाद में स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद सिंघल को विमान से दिल्ली लाया गया और 20 अक्तूबर को मेदांता में भर्ती करवाया गया। गुरुवार को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी, लेकिन अचानक फिर से तबीयत बिगड़ी और शुक्रवार रात करीब 2 बजे फिर से अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
चतुर्वेद स्वाहकार यज्ञ रद्द
विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंघल, महासचिव चंपत राय और अन्य नेता भी मेदांता में हैं। सिंघल के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए, विहिप ने अपना 18 दिन का ‘चतुर्वेद स्वाहकार यज्ञ’ और दिवाली कार्यक्रम रद्द कर दिया है। यज्ञ 16 नवंबर से दिल्ली के बिड़ला मंदिर में शुरू होना था।
विहिप की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सिंघल को एक महीने से ज्यादा वक्त से सांस संबंधी परेशानी हो रही है. इलाहाबाद में स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद सिंघल को विमान से दिल्ली लाया गया और 20 अक्तूबर को मेदांता में भर्ती करवाया गया। गुरुवार को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी, लेकिन अचानक फिर से तबीयत बिगड़ी और शुक्रवार रात करीब 2 बजे फिर से अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश सिंघल, महासचिव चंपत राय और अन्य नेता भी मेदांता में हैं। सिंघल के खराब स्वास्थ्य को देखते हुए, विहिप ने अपना 18 दिन का ‘चतुर्वेद स्वाहकार यज्ञ’ और दिवाली कार्यक्रम रद्द कर दिया है। यज्ञ 16 नवंबर से दिल्ली के बिड़ला मंदिर में शुरू होना था।