विहिप ने की रजा अकादमी पर प्रतिबंध की मांग, तो कांग्रेस ने कहा- बजरंग दल को भी करो बैन
नागपुर: महाराष्ट्र हिंसा को लेकर राज्य में सियासत जोरों पर है। हाल ही में त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में निकाली गई रैलियों के दौरान महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में पथराव हुआ था इसके खिलाफ विहिप ने मुस्लिम संगठन रजा अकादमी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
विहिप महासचिव मिलिंद परांडे ने महाराष्ट्र में नागपुर के धंतोली इलाके में पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि विहिप दक्षिणपंथी निकाय दंगाइयों के खिलाफ विभिन्न पुलिस स्टेशनों में प्राथमिकी दर्ज करेगा।
आगे इस बारे में कहा कि अगर पुलिस अपराध दर्ज करने में विफल रहती है, तो विहिप कार्रवाई करेगी, उन्होंने कहा कि विहिप नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल इस संबंध में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेगा। मिलिंद परांडे ने ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार पथराव की घटनाओं के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से करे।
तनाव बढ़ता देख प्रशासन ने पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में चार दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था और स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से आयोजित बंद (बंद) के दौरान भीड़ द्वारा दुकानों पर पथराव करने के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। एक दिन पहले मुस्लिम संगठनों ने त्रिपुरा में हालिया हिंसा की निंदा की।
इसके साथ ही रजा अकादमी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा था। त्रिपुरा में हिंसा से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जाना चाहिए और जो मस्जिदें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनका पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए, यह मांग की थी।
इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने रजा अकादमी के साथ बजरंग दल और विहिप पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनावों से पहले हिंदुओं और मुसलमानों के बीच मुद्दे पैदा करना शुरू कर देती है और ये घटनाएं अगले साल उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर हो रही हैं।