उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने गबुन की प्रधानमंत्री रोज़ क्रिस्टियानी के साथ प्रतिनिधि स्तर की बातचीत की
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लिब्रेविले में गबुन की प्रधानमंत्री रोज़ क्रिस्टियानी ओसूका रेपोंडा के साथ प्रतिनिधि स्तर की बातचीत की।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा कि दोनों नेताओं ने विकास, ऊर्जा, व्यापार, जलवायु सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। लिब्रेविले में उपराष्ट्रपति और गबुन की प्रधानमंत्री की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच संयुक्त आयोग की स्थापना और राजनयिकों के प्रशिक्षण संबंधी दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
इससे पहले श्री नायडू ने गबुन के राष्ट्रपति अली बोंगो ओंडिम्बा से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि भारत गबुन के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। उन्होंने गबुन के विकास में भारत सरकार की प्रतिबद्धता का भी उल्लेख किया।
उपराष्ट्रपति ने गबुन के विदेश मंत्री माइकल मूसा-अदामो से भी भेंट की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि गबुन के विदेश मंत्री श्री नायडू से मुलाकात करने पहुंचे।
गबुन, सेनेगल और क़तर की तीन दिवसीय यात्रा के पहले चरण में उपराष्ट्रपति नायडू सोमवार रात लिब्रेविले पहुंचे। गबुन की उनकी यात्रा का उद्देश्य भारत-गबुन भागीदारी को और गतिशील बनाना है। उपराष्ट्रपति ने लिब्रेविले में कल रात इंडिया-गबुन बिजनेस फोरम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में व्यापारी समुदाय को संबोधित किया। श्री नायडू के साथ उच्चस्तरीय शिष्टमंडल भी इन राष्ट्रों की यात्रा पर गया हुआ है। इसमें स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉक्टर भारती पवार तथा तीन सांसद सुशील कुमार मोदी, विजयपाल सिंह तोमर और पी रविन्द्रनाथ शामिल हैं।
भारत से इन तीनों देशों की उपराष्ट्रपति स्तर की यह पहली यात्रा है। गबुन और सेनेगल की यात्रा से अफ्रीकी देशों के साथ भारत के संबंधों में गति आएगी। यह अफ्रीकी महाद्वीप के प्रति भारत की प्रतिबद्धता भी दर्शाता है। उपराष्ट्रपति की क़तर यात्रा भी ऐसे समय हो रही है जब दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मनाने वाले हैं। इससे द्विपक्षीय संबंधों में और मजबूती आएगी। उपराष्ट्रपति की इन तीनों देशों की यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय समझौते होने की संभावना है।