दूल्हे ने दहेज में 25 लाख नकद व कार मांगी। दूल्हन के बेबस पिता ने जैसे-तैसे करके इनका इंतजाम भी कर लिया, मगर दुल्हन प्रियंका ने दहेज के खिलाफ ऐसी हिम्मत दिखाई और दहेज लोभी दूल्हे को बैरंग लौटाकर हाथों-हाथ सबक सीखा दिया। बाद में बारात में दूसरे युवक से प्रियंका की शादी हुई। मामला झुंझुनूं जिले की बुहाना तहसील के गांव मेघपुर पांथरोली का है।
यहां पर सोमवार को दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल आशीष कुमार की प्रियंका से शादी होनी थी। बारात तय समय पर पांथरोली पहुंच गई। आशीष प्रियंका की शादी की रस्म शुरू हो गई थी। तोरण पर जाने से पहले दूल्हे ने 25 लाख रुपए और स्विफ्ट कार की मांग रखी तो प्रियंका के पिता महिपाल ने अपनी पगड़ी दूल्हे के पैरों में रखते हुए मांग पूरी करने में असमर्थता जताई, लेकिन फिर भी दूल्हा नहीं माना।
जब यह बात प्रियंका को पता चली तो वह उसने दूल्हे से पूछा कि क्या वह उसे पसंद करता है? जब दूल्हे ने हां में जवाब दिया तो प्रियंका ने कहा कि अब वह उसे पसंद नहीं करती है क्योंकि वह एक दहेज लोभी को अपना जीवनसाथी नहीं बनाना चाहती है। इसलिए वह इस रिश्ते से इनकार करती है। दुल्हन का मिजाज भांपकर दूल्हा पक्ष के लोग बिना किसी मांग के शादी को तैयार हो गए। लेकिन प्रियंका ने शादी से साफ मना कर दिया और उसके माता-पिता ने भी उस पर शादी के लिए कोई दबाव नहीं बनाया। ऐसे में बारात को बिना दुल्हन लौटना पड़ा। इसके बाद रिश्तेदारी में ही बारात में आए एक युवक कमल के साथ प्रियंका की शादी की गई।
यहां देखें वीडियो: पूरी कहानी दुल्हन के परिजनों की जुबानी
दूल्हे का पिता भी पुलिस में
एमएससी पास प्रियंका का कहना है कि वह ऐसे व्यक्ति को जीवन साथी नहीं बनाना चाहती, जो उससे नहीं दहेज के रुपए कार से शादी करना चाहता हो। प्रियंका के पिता महिपाल खांडा महिला एवं बाल विकास विभाग में ड्राइवर हैं। दूल्हा आशीष कुमार दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल है और वह नई दिल्ली के राजनगर पालम कॉलोनी का है। दूल्हे के पिता विजयसिंह महावर भी पुलिस में है। प्रियंका एमएससी पास है।
पिता ने कर लिया था ईयोन गाड़ी का बंदोबस्त
प्रियंका विजय सिंह महावर के पुत्र आशीष की शादी करीब छह माह पहले तय हुई थी। 16 अप्रेल को ही महिपाल ने दिल्ली जाकर लगन शगुन की रस्में निभाई थी। उस दिन ही दूल्हे उसके पिता ने दहेज में 25 लाख रुपए स्विफ्ट डिजायर कार की मांग महिपाल के सामने रख थी। महिपाल ने यह बात घर पहुंचकर किसी को नहीं बताई और जैसे तैसे कर एक ईयोन गाड़ी का बंदोबस्त भी कर लिया था।
कमल ने इसलिए थामा प्रियंका का हाथ
बारात में आए कमल ने जब प्रियंका की इस हिम्मत को देखा तो वह काफी प्रभावित हुआ। उसने उसी समय प्रियंका का हाथ थामने की इच्छा जताई। इसे प्रियंका ने स्वीकार कर लिया और उसके परिवार ने भी। कमल नफजगढ़ का ही रहने वाला है। वह ग्रेजुएशन कर रहा है।