Breaking News : अधिवक्ता परिषद के 15वें अधिवेशन में दिखेगा लघु भारत का दृश्य
लखनऊ । राजधानी में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का तीन दिवसीय 15वां राष्ट्रीय अधिवेशन का आज से आगाज होगा। जो 26 दिसम्बर तक चलेगा। अधिवेशन में देश भर से अधिवक्ताओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु है। अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के सोमवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में आमजन को न्याय दिलाने समेत कई अहम विषयों पर चर्चा होगी। एमिटी यूनिवर्सिटी कैम्पस में आयोजित इस अधिवेशन को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल और दत्तात्रेय होसबेल, केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद सहित देश के कई जाने माने कानूनविद सम्बोधित करेंगे। परिषद के सचिव आर.राजेन्द्रन ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि लखनऊ के एमिटी विश्वविद्यालय में अधिवेशन का उद्घाटन अपराह्न ढाई बजे केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद करेंगे।
अधिवेशन के उद्घाटन अवसर पर उच्चतम न्यायालय के न्यायमूर्ति एम.आर.शाह,इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर समेत कई न्यायमूर्ति और उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद रहेंगे। श्री राजेन्द्रन ने बताया कि अधिवेशन का प्रथम सत्र सायं साढ़े छह बजे शुरू होगा। पहला सत्र ”मानवता और मानवाधिकार के समक्ष चुनौतियां” विषय पर होगा। इस सत्र को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सदस्य ज्योतिका कालरा सम्बोधित करेंगी। दूसरे दिन मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे शुरू होने वाले सत्र का विषय ”संगठन” होगा। जिसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल सम्बोधित करेंगे। अधिवेशन का तीसरा सत्र ”आमजन के लिये न्याय” विषय पर आयोजित होगा। इस सत्र को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और हिमाचल प्रदेश (शिमला) उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विवेक सिंह ठाकुर सम्बोधित करेंगे। अपराह्न तीन बजे से ”फारेसिंक सांइस” विषय पर आयोजित सत्र के दौरान गुजरात फोरेन्सिक यूनिवर्सिटी के उप निदेशक आर.एन. गुना और डीएनए विशेषज्ञ एन.एन. ब्रह्मभट्ट अपने विचार रखेंगे। सायं साढ़े चार बजे से ”कानून,सामाजिक परिवर्तन की कुंजी” विषय पर शुरू होने वाले पांचवें सत्र को उच्चतम न्यायालय में एडिशनल सोलीसीटर जनरल ऑफ इन्डिया विक्रमजीत बनर्जी और कुलपति एनएलएसआईयू बेंगलुरु के प्रो.आर. वैंकट राव सम्बोधित करेंगे। छठे सत्र में शाम सात बजे से आठ बजे तक विदेशी प्रतिनिधियों की बैठक होगी।
इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। अधिवेशन के तीसरे और अन्तिम दिन 26 दिसम्बर को ”राष्ट्र के सुदृढ़ीकरण में महिलाओं का योगदान” विषय पर आयोजित सत्र को अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति डॉ. विजयलक्ष्मी समेत कई अन्य लोग सम्बोधित करेंगे। वहीं समापन सत्र पूर्वान्ह 11 बजे से शुरू होगा। इसमें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी अपने विचार व्यक्त करेंगे। इस अधिवेशन में लघु भारत का दर्शन होगा। अंडमान निकोबार, दिल्ली, जम्मू व काश्मीर समेत सभी राज्यों से प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं। परिषद अपने अधिवेशन में देश भर के अधिवक्ता कार्यकर्ताओं को एक-दूसरे से परिचित कराती है। इस साथ ही अधिवक्ताओं के भीतर ऊर्जा संचार करके आगे नये तरीके से तेज गति में कार्य करने के लिये तैयार किया जाता है। अधिवक्ता राष्ट्र को आधार मानकर न्यायालय में कार्य करें, ताकि समाज को सकारात्मक दिशा मिले और हमेशा सत्य की जीत हो। परिषद के पदाधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि परिषद न्यायालय पद्धति में सुधार के लिये अग्रसर है। अभी बहुत कुछ सुधार की आवश्यकता है।