विकास दुबे एनकाउंटर : जांच समिति में पूर्व डीजीपी के नाम पर बढ़ा विवाद
पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता के नाम पर पुनर्विचार हेतु सीजेआई को प्रत्यावेदन
लखनऊ, 23 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो): कानपुर विकास दुबे एनकाउंटर मामले में गठित जांच समिति में पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता को शामिल किया जाने पर विवाद खड़ा हो गया है। आईटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने अब विकास दूबे मामले की जाँच के लिए गठित न्यायिक आयोग में शामिल किये गए पूर्व डीजीपी के एल गुप्ता के नाम पर पुनर्विचार किये जाने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश को प्रत्यावेदन भेजा है।
नूतन ने अपने प्रत्यावेदन में कहा है कि श्री गुप्ता ने विकास दुबे कांड के बाद मीडिया को दिए गए अपने बयानों में एनकाउंटर की तरफदारी की थी तथा कहा था कि हमें पुलिस की बातों पर अनावश्यक रूप से संदेह नहीं करना चाहिए। उन्होंने सीने पर गोली लगने का भी बचाव किया था। इन स्थितियों में श्री गुप्ता से निष्पक्ष न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
पूर्व डीजी आईजी रेंज कानपुर के नजदीकी रिश्तेदार
उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार श्री गुप्ता आईजी रेंज कानपुर मोहित अग्रवाल के अत्यंत नजदीकी रिश्तेदार हैं और इस प्रकरण में मोहित अग्रवाल की भूमिका भी जाँच के घेरे में है. अत: नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत के अनुसार श्री गुप्ता को इस आयोग में नहीं रखा जाना चाहिए। नूतन ने इन तथ्यों के मद्देनजर के एल गुप्ता को इस आयोग से पृथक करने का अनुरोध किया है।