विनेश फोगाट ने बताई अपनी पसंद, 4 करोड़ रुपये कैश और नौकरी के साथ प्लॉट

नई दिल्ली : इंटरनेशनल रेसलर और जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने सरकार को अपनी पसंद बता दी है। उन्होंने सरकारी नौकरी, प्लाट या 4 करोड़ का कैश अवॉर्ड के विकल्प दिए गए थे। 2024 के पेरिस ओलिंपिक में वह फाइनल मुकाबले तक पहुंची थीं। हालांकि 100 ग्राम बढ़े वजन की वजह से वह फाइनल मुकाबला खेलने से पहले ही बाहर हो गईं।
खबर है कि फोगाट ने हरियाणा सरकार का 4 करोड़ रुपए लेने का ऑफर स्वीकार कर लिया है। फोगाट का सहमति का पत्र खेल विभाग को मिल चुका है। उन्हें राशि देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने फोगाट का सिल्वर मेडलिस्ट जैसा सम्मान करने का ऐलान किया था। मुख्यमंत्री सैनी की घोषणा के बाद भी कुछ नहीं मिला तो फोगाट ने इस पर सवाल उठाया था। उन्होंने विधानसभा के बजट सत्र में कहा था कि सरकार ने उन्हें सिल्वर मेडल के बराबर सम्मान देने घोषणा की थी। 8 माह बीत गए, लेकिन कुछ नहीं मिला।
फोगाट ने कहा था कि जब मैं पेरिस गई तो फाइनल में पहुंची, उसके बाद जो हुआ वो परमात्मा की मर्जी थी और मैंने उसे स्वीकार कर लिया है। उस समय हमारे सीएम ने ऐलान किया था कि विनेश हमारी बेटी है और उसे सिल्वर मेडल का सम्मान दिया जाएगा। आज सदन में आप भी बैठे हैं, मैं भी बैठी हूं। लोगों को पता होना चाहिए कि सच्चाई क्या है। आपने अपना वादा पूरा नहीं किया है। आपके सभी विधायक बोल रहे हैं कि आपकी जुबान मतलब वादा पक्का। मैं आपको वही दिखा रही हूं कि आपका वादा अधूरा है। इसके बाद सीएम सैनी ने कैबिनेट मीटिंग के बाद राज्य की 2019 की कैश अवॉर्ड की खेल पॉलिसी के अनुसार विनेश को सरकारी नौकरी या हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का प्लाट या 4 करोड़ का कैश अवॉर्ड में से कोई एक विकल्प चुनने का ऑफर दिया था।
फोगाट पेरिस ओलंपिक के 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में पहुंची थी। 7 अगस्त 2024 को अपने मैच से ठीक पहले उनका वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा था। इस कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था और वह पदक से चूक गईं थीं। 8 अगस्त 2024 को फोगाट ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा की थी। 6 सितंबर 2024 को वह कांग्रेस में शामिल हो गईं और जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ीं और उन्होंने 6,000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी।