फिर मणिपुर में भड़की हिंसा, कई इलाकों में लगा कर्फ्यू, अब तक 23 की गिरफ्तारी, 7 जिलों में इंटरनेट बंद
नई दिल्ली: मणिपुर एक बार फिर जल रहा है। राजधानी इंफाल में भड़की हिंसा के बाद कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दी गई है। तनावपूर्ण हालात को देखते हुए सात जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। गुस्साई भीड़ ने तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घर में आग लगा दी। कार और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग की।
मणिपुर पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि गुस्साई भीड़ ने राज्य के मंत्रियों और विधायकों समेत जन प्रतिनिधियों के घरों और संपत्तियों को निशाना बनाया है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लिया। इम्फाल में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवानों की तैनाती की गई है। फ्लैग मार्च निकाला गया। भीड़ को तितर-बितर करने के क्रम में आठ लोग घायल हुए हैं।
अब तक 23 की गिरफ्तारी, 7 जिलों में इंटरनेट बंद
घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना में शामिल 23 लोगों को अरेस्ट किया गया है। इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम और बिष्णुपुर जिलों से इन लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इनके पास से 32 पिस्टल, एसबीबीएल के 07 राउंड, 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। अगले आदेश तक शहर में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है। इंटरनेट और मोबाइल सर्विस को 2 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए एसएसपी/सीओ को जमीन पर तैनात किया गया है। वरिष्ठ अधिकारी 24 घंटे स्थिति पर गंभीरता से नजर रख रहे हैं।
मुख्यमंत्री के दामाद के आवास पर हमला
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई इलाके में नगर प्रशासन आवास विकास मंत्री वाई खेमचंद के आवास को भी निशाना बनाया। इंफाल पश्चिम जिले के सागोलबंद इलाके में प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी विधायक आरके इमो के आवास के सामने इकट्ठा होकर नारे लगाए। इमो मुख्यमंत्री एन। बीरेन सिंह के दामाद भी हैं। उन्होंने सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की और अधिकारियों से 24 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार करने का आग्रह किया।
बीजेपी विधायक के घर में तोड़फोड़
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भीड़ ने बीजेपी विधायक के घर में तोड़फोड़ की और उनकी संपत्ति को आग लगा दी। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने इंफाल पश्चिम के तेरा में बीजेपी विधायक सपाम कुंजाकेसोर के आवास पर भी धावा बोला और उनकी संपत्तियों में तोड़फोड़ की। विधायक के आवास के बाहर खड़ी एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया।
सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़
पुलिस ने बताया कि जिले के थांगमेइबंद में भाजपा के एक अन्य विधायक जॉयकिशन सिंह के आवास में भी तोड़फोड़ की गई। प्रदर्शनकारियों ने वांगखेई निर्वाचन क्षेत्र से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विधायक टी अरुण और लांगथबल के बीजेपी विधायक करम श्याम के आवासों का भी घेराव किया। इस बीच, पुलिस ने कहा कि संदिग्ध उग्रवादियों की बिष्णुपुर जिले के इरेंगबाम मानिंग इलाके में सुरक्षा बलों के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ हुई। उन्होंने कहा कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
केंद्र से अफस्पा हटाने की अपील
मणिपुर सरकार ने केंद्र से राज्य के छह थानाक्षेत्रों में आने वाले इलाकों में सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (अफ्स्पा) की समीक्षा कर उसे हटाने का अनुरोध किया। केंद्र ने हिंसा प्रभावित जिरीबाम सहित मणिपुर के छह थानाक्षेत्रों में अफस्पा फिर से लागू कर दिया है।
संयुक्त सचिव (गृह) द्वारा केंद्र सरकार को लिखे एक पत्र में उल्लेख किया गया कि राज्य सरकार ने 15 नवंबर को अपनी बैठक में इस (अफस्पा को फिर से लागू करने) पर विचार-विमर्श किया और केंद्र सरकार को इसकी समीक्षा कर राज्य के छह थानाक्षेत्र में आने वाले इलाकों को अफ्स्पा 1958 की धारा तीन के तहत अशांत क्षेत्र घोषित करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया।
पत्र के मुताबिक, इसलिए अनुरोध किया जाता है कि 14 नवंबर को जनहित में जारी अधिसूचना की समीक्षा कर इसे वापस लिया जाए। गृह मंत्रालय ने 14 नवंबर को इंफाल पश्चिम जिले में सेकमाई व लामसांग, इंफाल पूर्व में लामलाई, बिष्णुपुर में मोइरांग, कांगपोकपी में लीमाखोंग और जिरीबाम जिले में जिरीबाम के अंतर्गत आने वाले इलाकों में अफ्स्पा को फिर से लागू कर दिया था।
आखिरी मणिपुर में कैसे भड़की हिंसा?
जिरी नदी से तीन शव मिलने के बाद लोगों में गुस्सा फूट गया। इसी को लेकर नाराज लोगों ने मंत्री के घर का रुख किया लेकिन जब उन्हें पता चला कि मंत्री जी राज्य में नहीं है। इसके बाद नाराज लोगों ने घर में तोड़ फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। हिंसा के विरोध में लोगों ने इंफाल में प्रदर्शन किया गया और आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने की मांग की। हालात को देखते हुए इंफाल में इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सात जिलों में इंटरनेट को बंद कर दिया गया।
निर्दलीय विधायक के घर को भी निशाना बनाया
निर्दलीय विधायक सपम निशिकांत के घर को भी निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारियों ने इंफाल में स्वास्थ्य मंत्री सपम रंजन और उपभोक्ता मामलों के मंत्री एल सुसिन्द्रो सिंह के घरों में भी तोड़फोड़ की। बता दें कि मणिपुर 3 मई, 2023 से हिंसा की चपेट में है, जिसमें 240 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 60,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।