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बंगाल पंचायत चुनाव में सारा दिन चला हिंसा का दाैर, 14 की मौत-राज्यभर में बूथ लूटे, बैलेट पेपर फाड़े गए 

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण के दौरान शनिवार को हुई हिंसा में राज्य के विभिन्न हिस्सों में 14 लोगों की मौत हो गई। हिंसक घटनाओं में एक उम्मीदवार सहित तृणमूल कांग्रेस के सात कार्यकर्ता मारे गए जबकि भाजपा और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दो-दो तथा कांग्रेस का एक कार्यकर्ता मारा गया। उत्तर और दक्षिण 24 परगना के अलावा मुर्शिदाबाद, मालदा तथा कूच बिहार जिले भी जमकर हिंसा हुई। हिंसक झड़पों में बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने के अलावा, कम से कम दो मतदान केंद्रों पर मतपेटियां नष्ट कर दी गईं। केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद भी अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें हैं। कई इलाकों से बूथ लूटने, बैलेट पेपर फाडऩे, बैलेट पेपर में आग लगाने की घटनाएं देखी गईं। कूच बिहार के माथभंगा-1 ब्लॉक के हजराहाट गांव में एक युवक बैलेट बॉक्स लेकर भाग गया। साउथ 24 परगना के भांगड़ ब्लॉक के जमीरगाछी में इंडियन सेक्यूलर फ्रंट और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। यहां गांव के लोगों ने बताया कि टीएमसी के लोग थैले में भरकर बम लाए थे। ये कार्यकर्ता गांव के लोगों को डराकर वोट डलवा रहे थे। उन्होंने इतने बम फेंके कि 2 घंटे तक पोलिंग रुकी रही। कुछ बम मीडिया वालों की तरफ भी फेंके गए। 

पश्चिम बंगाल की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर शनिवार को मतदान हुआ, बाकी 9,013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। निर्विरोध चुने जाने वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं। चुनाव नतीजे 11 जुलाई को आएंगे। पश्चिम बंगाल के कूच बिहार स्थित दिनहाटा में इंद्रेश्वर प्राइमरी स्कूल में बनाए गए मतदान केंद्र में अचानक ही मतदान रोकने की नौबत आ गई। यहां उपद्रवियों ने एक बैलट बॉक्स पर ही पानी फेंक दिया। इसके बाद चुनाव अधिकारियों ने एहतियातन मतदान रुकवाया। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान कूच बिहार जि़ले में दिनहाटा के बारानाचिना में एक मतदान केंद्र पर कथित तौर पर फर्जी मतदान से नाराज मतदाताओं ने मतपेटी में आग लगा दी। दक्षिण 24 परगना में गेंद समझकर खेलते समय बम फटने से दो बच्चे घायल हो गए। काशीपुर थाने इलाके में यह घटना घटी। दोनों घायल बच्चों को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कल इस इलाके में आईएसएफ और तृणमूल के बीच गोलाबारी हुई थी. दावा किया गया कि इलाके में कुछ बम गिरे थे। उस बम को गेंद बनाकर खेलने के दौरान भाई-बहन घायल हो गए।

राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राज्य में पंचायत मतदान के दौरान मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मतदान प्रक्रिया वाले कई क्षेत्रों का दौरा किया और राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर असंतोष व्यक्त किया। राज्यपाल ने पूछा, लोकतंत्र के रक्षकों की रक्षा कौन करेगा। चुनाव आयोग कहीं नजर नहीं आता, फिर भी चुनाव आयुक्त चुप्पी साधे हुए हैं। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें बताया गया कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से हत्याओं और हिंसा की खबरें आ रही हैं। उन्होंने कहा, आम लोगों की रक्षा कौन करेगा। चुनाव आयोग चुप है। मैंने उनसे जवाब देने को कहा है कि लोगों और लोकतंत्र की रक्षा करने वाला कौन है।

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