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अंडे वाले बयान पर फंसने पर विराट ने दी ये सफाई

स्पोर्ट्स डेस्क : हाल ही में अपने फैन्स के साथ टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने सवाल-जवाब का सेशन रखा था. जिसमें कप्तान विराट ने अपने से जुड़ी बातों को साझा किया है.

इसी दौरान विराट कोहली ने अपना डाइट चार्ट फैन्स के साथ शेयर किया था और बताया था कि वो अंडों के साथ ही सब्जियां खाते हैं. विराट के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए कि भारतीय कप्तान तो खुद को वीगन बोलते है तो वो अंडे कैसे खा सकते हैं.

विराट ने ट्वीट में लिखा, मैंने कभी भी दावा नहीं किया कि मैं वीगन हूं. हमेशा कहा है कि मैं वेजिटेरियन हूं. गहरी सांस लो और अपनी सब्जियां खाइए

पिछले दिनों कोहली ने फैन्स के साथ इंस्टाग्राम पर बातचीत की थी. इसमें विराट से उनके खाने के बारे में भी सवाल हुए थे. विराट ने कहा था कि, सब्जियां, कुछ अंडे, दो कप कॉफी, कीनुआ, काफी सारी पालक और डोसा पसंद है. सब सीमित मात्रा में. पिछले साल केविन पीटरसन के साथ बातचीत के दौरान भी विराट ने डाइट को लेकर बातें साझा की थी.

इसी बातचीत से विराट के वीगन होने की बात पता चली. कोहली ने मांस छोड़ने की वजह बताते हुए कहा था कि, इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद मैंने मांस खाना छोड़ा था. 2018 में जब हम दक्षिण अफ्रीका गये तो टेस्ट खेलने के दौरान मेरी सर्वाइकल स्पाइन में प्रॉब्लम हुई. मेरे दाएं हाथ की छोटी अंगुली तक आने वाली एक नस दब गई थी.

ये भी पढ़े : भारतीय कप्तान विराट कोहली का ये है डाइट चार्ट

इसके चलते मुझे झुनझुनी हुई और मुझे अपनी अंगुली बड़ी मुश्किल से महसूस हो रही थी. मैं रात में सो नहीं पाया और काफी दर्द हो रहा था. मैंने टेस्ट कराए और मेरा पेट और शरीर एसिडिक था. इसके चलते ज्यादा यूरिक एसिड बन रहा था. हालांकि मैं कैल्शियम व मैग्नेशियम ले रहा था

एक टेबलेट मेरे शरीर के सही के काम करने के लिए काफी नहीं थी. इसलिए मेरा पेट हड्डियों से कैल्शियम खींचने लगा था और हड्डियां कमजोर हो गयी थी. इसके चलते मैंने इंग्लैंड दौरे के बीच में यूरिक एसिड को कम करने के लिए मांस खाना पूरी तरह छोड़ा था. ईमानदारी से कहूँगा कि इसके बाद अच्छा महसूस हुआ. मुझे काफी बेहतरीन लगा

दो साल हो चुके हैं और ये मेरे शानदार फैसलों में से हैं. मुझे लगा कि ये मैंने पहले क्यों नहीं किया. कोहली के इसी बयान के बाद लोगों को लगा कि वो वीगन हैं वही उन्होंने केवल मांस खाना छोड़ा था. वीगन पद्धति अपनाने वाले लोग जानवरों से मिलने वाली किसी चीज को नहीं खाते-पीते हैं.

वीगन पद्धति के तहत वो दूध, दही, अंडे नहीं खाते. दूध के विकल्प में वो सोया मिल्क या आल्मंड मिल्क लेते है. वीगन में आदमी पेड़-पौधों से मिलने वाली चीजों पर आश्रित रहता है. हालिया समय में वीगन होने का चलन तेजी से बढ़ा है.

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