अपनी इस कमजोरी के चलते मुश्किल में फंस रहे विराट कोहली, विरोधी टीमों को हो रहा इसका फायदा
नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) पिछले कुछ दिनों से अच्छे फॉर्म में नज़र आ रहे हैं। उन्होंने इस साल की शुरुआत में ही 3 वनडे मैचों में 2 शतकीय पारी खेली। उन्होंने साल की शुरुआत काफी अच्छे तरीके से की। उनके बल्ले से भले ही रन निकल रहे है। लेकिन, उनकी एक कमजोरी है, जिस वजह से उन्हें कई बार परेशानी होती है।
बुधवार को हैदराबाद में भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand 1st ODI Match) के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया। इस मैच में विराट कोहली (Virat Kohli) अपनी एक कमजोरी के चलते काफी परेशान हुए। विराट कोहली कीवी खिलाड़ियों के सामने महज 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जबकि पिछले वनडे मैच में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 166 रन बनाए थे।
विराट कोहली (Virat Kohli) को न्यूजीलैंड के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने आउट किया। सैंटनर की गेंद को विराट समझ नहीं पाए और बैकफुट पर डिफेंड करने की कोशिश की। लेकिन, गेंद स्पिन हुई और उनका ऑफ स्टंप बिखर गया। उनके इस तरह आउट होने से एक बात साफ़ हो गई कि, उन्हें बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजों को खेलने में परेशानी हो रही है।
विराट कोहली (Virat Kohli) के साल 2020 के आंकड़े देखें तो, वह क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट मिलाकर कुल 15 बार बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजों के कारण आउट हुए हैं। वह टी20 में 3 बार, वनडे में 6 और टेस्ट में भी 6 बार स्पिनर गेंदबाजों के हाथों आउट हुए है।
बता दें कि, बांग्लादेश के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में भी विराट कोहली (Virat Kohli) को बाएं हाथ के स्पिनर तैजुल इस्लाम ने क्लीन बोल्ड किया था। विराट गेंद की लेंथ को ठीक से भांप नहीं पाए थे और बैकफुट पर जाकर खेलने की कोशिश में बोल्ड हो गए थे। ऐसा ही कुछ हैदराबाद में खेले गए पहले वनडे मैच में हुआ। पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ भी विराट इसी तरह आउट हुए थे। विरोधी टीमों को विराट की इस कमजोरी का पता चल गया है। इसलिए जिन भी टीमों के पास बाएं हाथ के स्पिनर हैं।