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अयोध्या, काशी, उज्जैन की तर्ज पर गया जी में विष्णुपद कॉरिडोर! वित्त मंत्री करेंगी PM से बात

पटना। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि वह उज्जैन, अयोध्या और काशी (Ujjain, Ayodhya and Kashi) की तर्ज पर विष्णुपद कॉरिडोर (Vishnupad Corridor) बनाने की पहल करेंगी। भाजपा (BJP) कार्यकर्ताओं को उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस संबंध में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से बात करेंगी। शुक्रवार को समाजसेवी अनिल स्वामी, अनंत धीरा अमन सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने वित्त मंत्री को इस संबंध में ज्ञापन सौंपा।

केंद्रीय वित्त मंत्री अपने परिवार के साथ पितरों के लिए पिंडदान करने गुरुवार की शाम गयाजी आई थीं। शुक्रवार केंद्रीय मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। कहा कि भाजपा को विकास के मुद्दे पर ही भारत की जनता का हमेशा समर्थन मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल विकास पर ही जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग काफी ऊर्जावान और क्रियाशील हैं। लेकिन आर्थिक रूप से अब भी बिहार पीछे है।

विष्णुपद में निर्मला सीतारमण के माता-पिता ने किया पिंडदान
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण निजी दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह गया के विष्णुपद मंदिर पहुंचीं। उनके साथ उनके माता- पिता और पुत्री थीं। अपने पूर्वजों को मोक्ष दिलाने की कामना के साथ केन्द्रीय वित्त मंत्री पिता नारायण सीतारमण और मां सावित्री देवी के साथ विष्णुपद मंदिर से होते हुए फल्गु किनारे देवघाट पहुंचीं। उनके माता- पिता ने अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान किया। मंत्री भी कुश की चटाई पर पिंडदान के दौरान बैठी रहीं। उनके तीर्थ पुरोहित व्यापार दीपू लाल भैया और बाबूलाल भैया ने पूरे विधान के साथ देव घाट पर कर्मकांड कराया।

करीब एक घंटे तक यहां का विधान हुआ। मंत्री के माता-पिता ने देव घाट पर फल्गु में तर्पण कर पितरों के मोक्ष की कामना की। यहां से वे लोग गजाधर मंदिर पहुंचे। यहां गजाधर भगवान का पंचामृत स्नान कराया गया। फिर विष्णुपद मंदिर के सभा मंडप में बैठकर पिंडदान किया। यहां के विधान के बाद विष्णुपद के गर्भगृह में श्री विष्णुचरण पर मंत्री के माता-पिता ने पिंड अर्पित कर अपने पूर्वजों के लिए ब्रह्मलोक की कामना की।

इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री ने भी विष्णु चरण के दर्शन पूजन किए। यहां के बाद अपने माता-पिता साथ अक्षयवट गईं। यहां के विधान के बाद अपने पंडा जी से सुफल लेकर गयाश्राद्ध संपन्न किया। अक्षयवट से मंत्री अपने परिजन के साथ गयापाल के आवासन शंकर मठ पहुंचीं। यहां ब्राह्मण भोजन कराया। इसके बाद रवाना हो गईं। गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण परिवार के साथ गुरुवार की शाम गया पहुंचीं थीं। देर शाम विष्णुपद मंदिर पूजा- अर्चना की थीं।

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