वाराणसी में देर रात खुला व्यासजी का तहखाना, प्रशासन की मौजूदगी में हुई पूजा-आरती, प्रसाद भी बंटा
नई दिल्ली: वाराणसी (Varanasi) से मिली बड़ी खबर के अनुसार ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi) में व्यासजी के तहखाने में कोर्ट के आदेश के बाद बीते बुधवार देर रात फिर से पूजा शुरू हो गई। पता हो कि कोर्ट ने बीते बुधवार दोपहर में 31 साल बाद हिंदू पक्ष को पूजा-पाठ की इजाजत दी थी। वहीं आज यहांतड़के मंगला आरती भी हुई। पूजा-पाठ के मद्देनजर परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने गनेश्वर शास्त्री द्रविड़ से पूजा कराई है। पूजा के समय मंदिर ट्रस्ट के पदेन अध्यक्ष की हैसियत से बनारस के कमिश्नर कौशल राज शर्मा, मंदिर प्रशासन के पूर्व एवं वर्तमान सीइओ भी मौजूद थे। इस फैसले पर वकील सोहन लाल आर्य ने कहा कि, “आज हम बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अदालत का कल का फैसला वाकई अभूतपूर्व था।व्यवस्थाएं की गई हैं लेकिन यह (व्यास का तखना) फिलहाल भक्तों के लिए नहीं खोला गया है।”
मिली खबर के अनुसार यहां पूजा की पूर्ण पद्धति गनेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ही तय की। जिसके बाद विधि विधान से व्यास जी के तहखाने में पूजा हुई। जिला जज ने अपने फैसले में पूजा कराने की जिम्मेदारी काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को दी है जिसका अब अनुपालन भी करा लिया गया है। इस बाबत वाराणसी के DM एस राजलिंगम ने कहा, “न्यायालय के आदेश का पालन किया गया है।”
गौरतलब है कि कोर्ट ने पूजा करने की स्थिति बनाने के लिए एक हफ्ते का समय दिया था। वहीं कोर्ट के फैसले के बाद विश्वनाथ धाम सहित सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा आआआब बढ़ा दी गई है। वहीं यहाँ नई सड़क से मदनपुरा तक के इलाकों में पुलिस गश्त तेज कर दी गई है। प्रशासन ने सोशल मीडिया पर भी अपनी निगरानी बढ़ा दी है।