चक्रवाती तूफान से कई राज्यों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी
नई दिल्ली: दिवाली के बाद से ठंड ने धीरे-धीरे अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक बार फिर चक्रवाती तूफान के सक्रिय होने का अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है, जिससे पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) के सक्रिय होने और समुद्र तटीय राज्यों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 12 नवंबर तक दक्षिण और उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है।
IMD का अलर्ट: प्रभावित राज्य और संभावित मौसम परिवर्तन
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के मध्य क्षेत्र में चक्रवाती स्थिति उत्पन्न हो रही है, जिसके चलते 12 नवंबर तक दक्षिण भारतीय राज्यों केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पुदुचेरी और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों जैसे मणिपुर, नागालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा और अंडमान निकोबार द्वीप समूह में तेज हवाएं चल सकती हैं और गरज-चमक के साथ बिजली गिर सकती है। केरल और माहे, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा के कुछ हिस्सों में 8 से 10 नवंबर के बीच छिटपुट ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। ऐसे में मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
तापमान में बदलाव का प्रभाव
पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में कई राज्यों में खास बदलाव नहीं देखा गया है। पश्चिम मध्य प्रदेश, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुदुचेरी, और कराईकल को छोड़कर देश के अन्य राज्यों में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। माहे और उसके आस-पास के कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में 1-2℃ की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, उत्तरी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-4℃ अधिक रहा। बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी अधिकतम तापमान सामान्य से 2-4℃ अधिक देखा गया है, जबकि राजस्थान, गुजरात, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर बना हुआ है।
सावधानी और सुरक्षा के उपाय
इस मौसमी बदलाव के चलते, IMD ने तटीय और प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सावधानी बरतने और मौसम संबंधी अपडेट्स का ध्यानपूर्वक पालन करने की अपील की है। भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना के कारण यात्रा करने से पहले मौसम की स्थिति की जांच करने और आवश्यकतानुसार सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है।