दिल्ली में जल संकट: हरियाणा से पानी न मिलने पर जल मंत्री आतिशी ने किया अनिश्चितकालीन अनशन का ऐलान, 11 बजे सुनीता केजरीवाल के साथ जाएंगी राजघाट
नई दिल्ली: दिल्ली में जल संकट गहराता जा रहा है, जिससे कई इलाकों के लोग पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने अनिश्चितकालीन अनशन का ऐलान किया है। आज सुबह 11 बजे आतिशी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ राजघाट जाएंगी, जहां वे महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी। इसके बाद दोपहर 12 बजे से जंगपुरा के भोगल में अनशन की शुरुआत करेंगी।
हरियाणा से पानी की कमी को लेकर अनशन
आतिशी ने बताया कि हरियाणा से पानी कम मिलने के कारण दिल्ली को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “हरियाणा ने दिल्ली को 613 एमजीडी पानी के मुकाबले केवल 513 एमजीडी पानी ही छोड़ा है, जिससे 28 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।” आतिशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे में हस्तक्षेप करने का अनुरोध भी किया है। मंत्री ने कहा था कि लोग न केवल भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं, बल्कि पानी की कमी से भी जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैंने जल संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया है। अगर दो दिनों के भीतर संकट का समाधान नहीं हुआ तो मैं 21 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाऊंगी।” आतिशी ने कहा कि उन्होंने समस्या के समाधान के लिए हरियाणा सरकार को कई पत्र लिखे हैं।
सुनीता केजरीवाल भी साथ
सुनीता केजरीवाल सुबह 11 बजे आतिशी के साथ राजघाट जाएंगी और शाम को चार बजे तिहाड़ जेल जाएंगी। अनशन के दौरान आतिशी के साथ सुनीता केजरीवाल और अन्य आप नेता भी मौजूद रहेंगे।
दिल्ली को मिलना चाहिए पूरा पानी
दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने बताया कि दिल्ली को हरियाणा से 613 एमजीडी पानी मिलना चाहिए, लेकिन वास्तविकता में केवल 513 एमजीडी पानी ही मिल रहा है। इससे दिल्ली के 28 लाख लोग प्रभावित हो रहे हैं और भीषण गर्मी में पानी की कमी का सामना कर रहे हैं।
हरियाणा सरकार का जवाब
हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने कहा, “हम दिल्ली को पानी दे रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार वहां जल वितरण प्रणाली को सही तरीके से नहीं चला पा रही है। केजरीवाल की गलतियों के कारण दिल्ली के लोग परेशान हैं।” दिल्ली में जल संकट को लेकर स्थिति गंभीर होती जा रही है। इस बीच, आतिशी का अनशन और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग इस मुद्दे को और अधिक गंभीर बना सकती है। दिल्लीवासियों को उम्मीद है कि जल्द ही इस संकट का समाधान निकलेगा।