मालिक के रूप में नहीं सेवक के रूप में हमें करना होगा काम: मुख्यमंत्री
लखनऊ: विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय पर्यवेक्षक व गृहमंत्री अमित शाह का हृदय से आभार व्यक्त किया। कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब कोई मुख्यमंत्री पांच साल तक काम करे और फिर सत्ता में आ जाए। यह पहली बार संभव हुआ है। कहा कि हमें सेवक के रूप में काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व से और उत्तर प्रदेश के प्रभारी के रूप में संगठन की मजबूत नींव प्रदेश में रखने वाले उस समय राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अमित शाह के व्यापाक दौरे के बाद सरकार के द्वारा सुशासन और गरीब कल्याण के लिए कार्यक्रम प्रारंभ हुए। प्रत्येक योजना को उत्तर प्रदेश की जनता जनार्दन की सेवा के लिए अभियान के रूप में शुरू किया गया। सरकार और संगठन का बेहतर समन्वय, एक एक अभियान के साथ जुड़कर 25 करोड़ जनता की सेवा के लिए सुरक्षा की प्रतिबंद्धता के साथ हुआ है। जनता जनार्दन ने उसका सुपरिणाम इस विधानसभा चुनाव में तमाम दुष्प्रचार होने के बाद प्रचंड बहुमत की जीत के साथ प्रस्तुत किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, मैं एक सामान्य सांसद था मेरे पास कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं था, लेकिन एक अभिभावक के रूप में प्रधानमंत्री ने सुशासन के बारे में और कैसे अभियान को आगे बढ़ाना है। उत्तर प्रदेश में कानून की बात करें तो उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए सपना था। उसको हम लोगों ने प्रभावी रूप से लागू करने का काम किया। उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में सुशासन की बात हो सकती है। उन्होंने कहा सांसद अपनी बात को संसद में रख सकता है लेकिन प्रशासन की व्यवस्था का संचालन कैसे होना है। यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में हमें काम करना है, तो अपनी भूमिका का निर्वाहन किस रूप में किया जाना चाहिये, इसको लेकर समय-समय पर प्रधानमंत्री जी ने मार्गदर्शन दिया। आज उसका परिणाम है उत्तर प्रदेश कई क्षेत्रों में केन्द्रीय योजनाओं में अग्रणी साबित हुआ।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता जनार्दन को इसका लाभ भी मिलना शुरू हुआ। लोगों को पहली बार लगा कि गरीब का घर बन सकता है। खाते में योजना का पैसा जा सकता है। पहली बार दंगा मुक्त प्रदेश बना। पहली बार लगा गरीब को फ्री में राशन प्राप्त हो सकता है। आज प्रत्येक नागरिक को तकनीक के इस्तेमाल से योजनाओं का लाभ प्राप्त हुआ है। हमने देखा कि जनता भले ही प्रतिक्रिया न करती हो लेकिन समय आने पर जवाब देती है। योगी ने कहा की पीएम के मूल मंत्र ने अपना असर दिखाया। जनता ने कहा कि हम वंशवाद की राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद और विकास को समर्थन देंगे। गरीब की झोपड़ी से लेकर सामान्य इंसान, माताएं, बहनें, अन्नदाता किसान ने खुले हृदय से समर्थन दिया।
उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में योजनाओं को गरीब तक पहुंचाने में तकनीक ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि सुशासन को और भी सु²ढ करने के लिए हमें काम करना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर सुशासन के पहले कालखंड के इस कार्यक्रम को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के लिए क्या कुछ होना है। लोक कल्याण संकल्प पत्र पार्टी ने चुनाव के ठीक पहले जारी किया है। यही नहीं युवाओं के लिए, अपनी माताओ, बहनों के लिए, अन्नदाता किसानों के लिए, समाज के प्रत्येक तबके के लिए, जो हमारी पहचान है उस आस्था का सम्मान करने के लिए बहुत कुछ अभी हासिल करना बाकी है। मजबूती के साथ उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। जो अपेक्षाएं उत्तर प्रदेश की जनता-जनार्दन की हैं, उन अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए मिलकर एक टीम वर्क के रूप में काम करना होगा। सेवक के रूप में काम करना होगा।
प्रधानमंत्री ने जो बात कही कि हमारी भूमिका एक सेवक की होनी चाहिये। मालिक बनने की भूल कभी न करें। हम शासन में आते है तो मालिक बनने की भूल कभी न करें। एक सेवक के रूप में हमारी भूमिका होनी चाहिये। पार्टी ने एक व्यवस्था दी उस व्यवस्था के साथ हम उस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। पूरी प्रतिबंद्धता और ईमानदारी के साथ उसे आगे बढ़ाना ये हमारा लक्ष्य होना चाहिये। उत्तर प्रदेश तमाम मामलों में आज अग्रणी रूप में देश के सामने उभर कर आया है।