अमृतसर में माैसम ने बदली करवट, तापमान गिरा, बढ़ी ठंड, फैला ‘स्मॉग’

अमृतसर : गुरु नगरी में मौसम ने करवट बदल ली है। सुबह-शाम को ठंड बढ़ गई है और खुले क्षेत्रों में ‘स्मोग’ फैलने के कारण धुंध जैसा माहौल दिखना शुरू हो गया है। ठंड बढ़ने के कारण लोगों ने गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं। वहीं दोपहर के समय धूप निकलने के कारण मौसम सामान्य-सा हो जाता है।
रविवार को सुबह मौसम में बदलाव देखा गया। सुबह-शाम पारा गिरने के कारण ठंडी हवा चलने के कारण ठंड बढ़ गई है और खुले क्षेत्रों में धुंध में बाहन लाइटें डलाकर चलते दुखाई दिए। सर्दी अब दस्तक दे चुकी है, लेकिन दोपहर तक धूप की तेज़ी ने फिर से तापमान को ऊपर पहुंचा दिया, जिससे लोगों को एक दिन में दो मौसमों का अनुभव करना पड़ा। रात के समय तो लोगों को ऐसा लग रहा है कि धूंध पड़ गई है, लेकिन यह धुंध नहीं, स्मॉग है। इससे लोगों को अपनी सेहत का भी ख्याल रखना होगा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में तापमान में हलकी गिरावट दर्ज की जा सकती है। सुबह और रात के तापमान में अंतर बढ़ने से सर्दी धीरे-धीरे तेज होगी। साथ ही, आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से हल्की बारिश की संभावना भी जताई जा रही है। यदि बारिश होती है, तो शहर की हवा और साफ़ होगी और प्रदूषण स्तर में सुधार आएगा।
हवा फैले स्मॉग के कारण लोगों को सावधान रहने की सलाह
देहाती क्षेत्रों में पराली जलाने की बजह से वायु प्रदूषित हो रही है व आसमान में स्मॉग फैली हुई है, जिससे लोगों को सांस लेने की भी दिक्कत हो रही है। सेहत विशेषज्ञों ने बताया है कि लोग घरों से निकलते समय मास्क लगाकर निकले। दूसरी तरफ बुज़ुर्गों और छोटे बच्चों के लिए मौसम में इतना तेज उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है। डॉक्टरों ने लोगों को सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनने व बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम से बचाव के लिए सावधान रहने की सलाह दी है।
अमृतसर में मौसम के साथ-साथ शहर का मूड भी बदला
सिटी मार्कीट्स में भी मौसम का असर देखने को मिला। कपड़ों की दुकानों पर विंटर कलैक्शन की खरीद बढ़ती नज़र आई। वहीं लोग सुबह कम्पनी बाग में सैर करने के बाद लारैंस रोड चौक व कूपर रोड़ पर गर्म चाय पीते नजर आते हैं, जिसको लेकर वहां पर सुबह-शाम लोगों की भीड़ लगी हुई होती है। कुल मिलाकर अमृतसर में मौजूदा मौसम ने शहर का मूड ही बदल दिया है। सुबह की ठंड, दोपहर की धूप और शाम की हल्की ठंडक ने शहरवासियों को आने वाली सर्दियों का एहसास करवाना शुरू कर दिया है।



