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उबलते दूध के गिरने के क्या हैं अशुभ संकेत, दूध गिरने से लगता है चंद्रदोष, जानिए क्या होता है जीवन पर इसका बुरा असर

नई दिल्ली: अक्सर घरों में देखा जाता है कि गैस पर रखा हुआ दूध अचानक उबल कर गिर जाता है। अधिकांश लोग इसे एक आम घरेलू चूक मानते हैं, लेकिन भारतीय परंपरा और वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसी घटनाएं कभी-कभी गहरे संकेत भी देती हैं। विशेष रूप से जब यह घटना बार-बार होने लगे, तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। वास्तु शास्त्र में ऐसी घटनाओं को शुभ और अशुभ दोनों रूपों में देखा जाता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह घटना किस समय और परिस्थिति में हुई।

वास्तु शास्त्र की नजर में क्या है इसका अर्थ?

वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, अगर सुबह के समय दूध गिरता है, तो यह घर में किसी नए कार्य की शुरुआत या लक्ष्मी के आगमन का संकेत माना जाता है। वहीं, अगर यही घटना शाम या रात के समय होती है, तो इसे आर्थिक हानि या तनाव का सूचक समझा जाता है। इसके अलावा, रसोईघर का दिशा और चूल्हे की स्थिति भी इन संकेतों की ऊर्जा को प्रभावित कर सकती है। इसीलिए चूल्हे को हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्नि कोण) में रखना श्रेष्ठ माना जाता है।

इन बातों का रखें ध्यान, मिलेगी सकारात्मक ऊर्जा

अगर आपके घर में बार-बार दूध गिरने की घटना हो रही है, तो सबसे पहले रसोई की साफ-सफाई और व्यवस्था पर ध्यान दें। चूल्हे के पास कोई टूटी चीज़, बेकार बर्तन या गंदगी न रखें। साथ ही, जब भी दूध गिर जाए, उसे साफ करते समय नमक वाले पानी का प्रयोग करें, ताकि नकारात्मक ऊर्जा को हटाया जा सके। वास्तु शास्त्र कहता है कि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए हर छोटी घटना को भी समझदारी से लेना जरूरी है। इस तरह की सजगता से न सिर्फ आप अपने घर को नकारात्मक प्रभावों से बचा सकते हैं, बल्कि सुख-समृद्धि को भी आमंत्रित कर सकते हैं।

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