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छोटे बच्‍चों को कब और कितनी मात्रा में देना चाहिए लहसुन

भारतीय व्‍यंजनों में लहसुन का खूब उपयोग किया जाता है। लहसुन में कई औषधीय गुण भी होते हैं और ये सर्दी-जुकाम का इलाज करने के साथ-साथ इम्‍यू‍निटी भी बढ़ाता है। वैसे तो लहसुन के कई फायदे होते हैं लेकिन क्‍या शिशुओं के लिए भी लहसुन लाभकारी होता है? कई माओं को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि उन्‍हें बच्‍चों को लहसुन खाने काे देना चाहिए या नहीं। इसलिए आज इस लेख के जरिए हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि शिशुओं को लहसुन खिलाना चाहिए या नहीं और उन्‍हें कितनी मात्रा में लहसुन खिलाना सुरक्षित होता है।

लहसुन में फास्‍फोरस, मैग्‍नीशियम, आयरन, कैल्शियम और बी6, जिंक, पोटाशियम एवं सिलेनियम होता है। ये विटामिन सी और कॉपर का बेहतरीन स्रोत है। इसमें सल्‍फर यौगिक भी होते हैं जो कि बहुत लाभकारी माने जाते हैं। शिशु को 6 से 8 महीने की उम्र के बाद लहसुन खिला सकते हैं। हालांकि, कुछ बच्‍चे लहसुन को आसानी से पचा नहीं पाते हैं और उनमें एलर्जी हो जाती है। वहीं बच्‍चों के लिए हमेशा ताजा और सीमित मात्रा में ही लहसुन का प्रयोग करना चाहिए। वैसे डॉक्‍टर किसी भी तरह के ठोस पदार्थ खासतौर पर लहसुन का सेवन करने की सलाह 10 से 11 महीने के बाद देते हैं।

लहसुन की वजह से ऐंठन, सूजन, उल्‍टी या दस्‍त हो सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत पीडियाट्रिशियन को दिखाएं। यदि बच्‍चे को सांस लेने में दिक्‍कत या कोई गंभीर दुष्‍प्रभाव दिख रहा है तो बिना देरी किए डॉक्‍टर को दिखाएं।

शुरुआत में एक दिन में लहसुन की एक कली दें। इसके बाद 3 से 5 दिन इंतजार करें कि कहीं कोई दुष्‍प्रभाव या एलर्जी नजर तो नहीं आती है। अगर कोई रिएक्‍शन नहीं हुआ है तो आप धीरे-धीरे लहसुन क मात्रा बढ़ा सकती हैं। बच्‍चों को वयस्‍कों की तुलना में लहसुन की जरूरत कम मात्रा में ही होती है।

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