नई दिल्ली : ग्रहों में राजा की पदवी प्राप्त सूर्य का गोचरीय दृष्टिकोण से परिवर्तन अपने पुत्र शनिदेव की राशि कुंभ से देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन (Pisces) में फाल्गुन शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि 14 मार्च 2024 दिन बृहस्पतिवार को दिन में 2:37 बजे के बाद होगा। मीन राशि में सूर्य 13 अप्रैल 2024 दिन शनिवार को रात में 11:17 तक गोचर करते रहेंगे। सूर्य को पिता, राज्य, आत्मा, ज्ञानोदय तथा नेत्र का कारक माना जाता है।
सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करते ही खरमास का भी आरंभ हो जाएगा। जिस कारण से विवाह आदि के लिए शुभ मुहूर्त का अभाव हो जाएगा। अपने गोचरीय संचरण के दौरान जब सूर्य देव गुरु बृहस्पति की राशि धनु एवं मीन में गोचर करते हैं तो उसे समय को खरमास कहा जाता है। यह अवधि पूजा-पाठ, यज्ञ, हवन, जप, तप, अनुष्ठान के लिए उत्तम होता है परंतु विवाह, मुण्डन, गृह प्रवेश आदि के लिए शुभ मुहूर्त का अभाव हो जाता है। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही पहले से गोचर कर रहे राहु के साथ युति संयोग बनेगा परिणाम स्वरूप ग्रहण योग का निर्माण हो जाएगा। इस ग्रहण योग चराचर जगत पर व्यापक प्रभाव दिखाई देगा। साथ ही सूर्य के सभी कारक तत्वों पर भी व्यापक प्रभाव दिखाई दे सकता है।
मेष :- अध्ययन अध्यापन पर खर्च की स्थिति बन सकती है। संतान को लेकर थोड़ी सी चिंता की संभावना है। आंखों के कष्ट के कारण तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। दूरस्थ यात्रा का संयोग बन सकता है। प्रतियोगिता में विजय की स्थिति बन सकती है। आय के संसाधनों में सुधार हो सकता है। झल्लाहट एवं क्रोध में वृद्धि हो सकता है।
वृष :- आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो सकता है। अचानक आय के नए स्रोत में वृद्धि हो सकता है। जमीन जायदाद एवं वाहन को लेकर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अध्ययन अध्यापन में अवरोध हो सकता है। सामाजिक पद प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकता है। पराक्रम में वृद्धि की स्थिति बन सकती है। माता के स्वास्थ्य को लेकर तनाव हो सकता है।
मिथुन :- सरकारी तंत्र से जुड़े लोगों को लाभ की संभावना बनेगी। सीने की तकलीफ में वृद्धि हो सकती है। पराक्रम में वृद्धि हो सकता है। आय के संसाधनों में सकारात्मक प्रगति हो सकता है। पिता के स्वास्थ्य को लेकर तनाव हो सकता है। मनोबल में अस्थिरता एवं नकारात्मकता आ सकती है। नौकरी तथा व्यापार में परिवर्तन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
कर्क :- कार्यों में भाग्य का साथ प्राप्त हो सकता है। भाई, बन्धुओ, मित्रों को लेकर के तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। वाणी की तीव्रता में वृद्धि हो सकती है। आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो सकता है। दैनिक आय में वृद्धि की संभावना बन सकती है। पेट एवं पैर की समस्या तनाव दे सकता है। संतान पक्ष से शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। पारिवारिक कार्यों को लेकर तनाव उत्पन्न हो सकता है।
सिंह :- वाणी की तीव्रता में वृद्धि की संभावना है। दैनिक आय में वृद्धि हो सकती है। व्यापारिक गतिविधियों में सुधार हो सकता है। मानसिक स्थिति में अस्थिरता आ सकती है। मनोबल में अचानक कमी हो सकता है। चोट अथवा ऑपरेशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। पैर में चोट अथवा दर्द की स्थिति बन सकती है। पारिवारिक कार्यों में तनाव हो सकता है। पेट एवं पेशाब की समस्या से तनाव उत्पन्न हो सकता है।