नई दिल्ली। राजद कार्यालय में हाईप्रोफाइल ड्रामे का नजारा दिखा। दिल्ली से पटना पहुंचते ही तेजप्रताप यादव राजद कार्यालय में आ धमके और पिता लालू प्रसाद के चेंबर में बैठकर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को आने का बुलावा भेजा। इससे गुस्साकर जगदानंद सिंह तमतमाते हुए कार्यालय से बाहर निकल गए। तेजप्रताप के राजद कार्यालय पहुंचने की खबर दिल्ली में बैठे लालू प्रसाद तक पहुंची और उन्होंने स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए विधान पार्षद सुनील सिंह को तेजप्रताप के पास भेजा।
सुनील सिंह ने बंद कमरे में तेजप्रताप से बात की और मनाकर लालू के चेंबर से अलग दूसरे कक्ष में बैठाया। जगदानंद सिंह के राजद कार्यालय से बाहर निकलते ही सुनील सिंह तेजप्रताप के साथ बाहर चले गए। जाते-जाते तेजप्रताप यादव यह कहने से भी नहीं चूके कि वे पहले भी कार्यालय आते रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे। राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के माध्यम से तेजप्रताप का संदेश मिलते ही जगदानंद सिंह तुरंत अपने ऑफिस से बाहर निकल गए। इसी बीच वहां पहुंची मीडिया पर भी जगदानंद सिंह बिफर पड़े। कुछ पूछने पर उन्होंने कहा कि ऐसे करोगे तो आगे से एंट्री बंद करा दूंगा।
जगदानंद सिंह के गुस्से के बारे में पूछने पर सुनील सिंह ने कहा कि जगदानंद सिंह हमेशा गंभीर रहते हैं। तेजप्रताप ने राजद कार्यालय परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि आकाश यादव के लोजपा (पारस गुट) में शामिल होने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है। इससे केवल मीडिया को लॉस हुआ है। कहा कि देश में लोकतंत्र है और लोकतंत्र में अपनी बात कहने का सबको अधिकार है। वैसे अपने करीबी समझे जाने वाले आकाश यादव का पार्टी छोड़ना तेजप्रताप के लिए सियासी झटका माना जा रहा है। आकाश के छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटने के कारण तेजप्रताप और जगदानंद सिंह के बीच जुबानी जंग हुई थी।