जब रेग्युलर शिक्षक नहीं थे तब अतिथि शिक्षकों ने संभाली शिक्षण व्यवस्था : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अतिथि शिक्षकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जब रेग्युलर शिक्षक नहीं थे तब अतिथि शिक्षक के रूप में आपको पढ़ाने का दायित्व सौंपा गया। मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता है कि अतिथि शिक्षकों ने पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वाह किया। मुख्यमंत्री चौहान लाल परेड मैदान पर अतिथि शिक्षक पंचायत को संबोधित कर रहे थे। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार भी कार्यक्रम में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने सरस्वती वंदना के साथ कन्या-पूजन और दीप प्रज्ज्वलित कर पंचायत का शुभारंभ किया।
अतिथि शिक्षकों का अनुबंध अब एक साल का होगा
मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की कि अतिथि शिक्षकों को अब महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा। अतिथि शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि करते हुए वर्ग-1 को 9 हजार रुपए के स्थान 18 हजार रुपए, वर्ग-दो को 7 हजार के स्थान पर 14 हजार रुपए और वर्ग-तीन को 5 हजार के स्थान पर 10 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा। अतिथि शिक्षकों का अनुबंध एक साल का होगा।
अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की योजना बनाई जाएगी
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षकों का आरक्षण 25 प्रतिशत की जगह 50 प्रतिशत किया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार अतिथि शिक्षकों को प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक बोनस के रूप में प्रदान किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अतिथि शिक्षकों को माह की निश्चित तिथि को मानदेय की राशि प्राप्त हो। साथ ही पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी। प्रदेश में वर्ग-1 में 15,920, वर्ग-2 में 38,294 तथा वर्ग-3 में 13,695 में कुल 67910 अतिथि शिक्षक है।