दस्तक ब्यूरो, देहरादून। फ्लोर टेस्ट में जेडीयू व भाजपा सरकार बनाने में सफल तो हो गए हैं, लेकिन अभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने कई परीक्षा बाकी है। इसका ऐलान खुद नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कर दिया। तेजस्वी यादव ने सदन में कहा कि जब वह सरकार में थे तो उन्होंने 5 सालों में 10 लाख नौकरी देने का वादा किया था। इसी के तहत ढाई साल में 5 लाख नौकरी पूरी करना चाहते थे। वह सरकार में आते ही इस वादे को पूरा करने में लगे हुए थे। डिप्टी सीएम के रूप में उनके पास सीमित अधिकार थे, लेकिन उन्होंने सरकारी भर्ती निकालने के लिए पूरा जोर लगा दिया था, इसी कारण पिछले 17 महीने में करीब 2 लाख रिकॉर्ड भर्ती निकाली जा सकी। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब सरकारी भर्तियों की बात होती थी तो सीएम नीतीश व उनके खास अधिकारी बजट का रोना रोकर फाइल को अटकाते रहते थे।
तेजस्वी ने कहा कि अब वे जनता के बीच जाएंगे और युवाओं को बताएंगे कि उन्होंने 17 महीने के अल्पकाल में भी उनकी सरकारी भर्ती निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस पर श्रेय लेने पर जब जेडीयू के सदस्यों ने आपत्ति जताई तो तेजस्वी ने कहा कि हमारे कारण जो काम हुआ है, हम उनका श्रेय क्यों न लें। तेजस्वी ने भाजपा के विधायकों से सवाल किया कि कल के दिन भाजपा के मंत्री कोई काम करेंगे तो क्या वो पूरा श्रेय नीतीश बाबू को देंगे या अपनी पार्टी भाजपा को देंगे?
इससे इतना तो साफ है कि आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री एवं जेडीयू सुप्रीमो नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष एवं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बीच सियासी जंग और तेज होगी। दोनों ही पार्टियां सरकारी भर्ती व कई बड़ी उपलब्धियों का श्रेय लेने की कोशिश करेंगी।