ट्यूशन से लौटते समय 8वीं कक्षा की आदिवासी छात्रा से गैंगरेप, भड़की सांप्रदायिक हिंसा, दुकानों और घरों में लगा दी आग

नई दिल्ली: बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी खगराछारी जिले में मंगलवार को 8वीं कक्षा की एक आदिवासी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया। पुलिस ने बताया कि पीड़िता ट्यूशन से लौटते समय एक सुनसान इलाके में बेहोशी की हालत में मिली। उसके माता-पिता और पड़ोसियों ने उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार, इस मामले में अब तक एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया है। उसे आरोपी मानते हुए अदालत के आदेश पर छह दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
हिंसक झड़पें और नुकसान
इस घटना के बाद आदिवासी समुदाय और बंगाली समुदाय के बीच भारी तनाव फैल गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि दोनों पक्ष हिंसक हो गए और खगराछारी पहाड़ी जिले में एक-दूसरे की दुकानों और घरों में आग लगा दी। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने के बावजूद झड़पें नहीं रुक सकीं। हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। पुलिस ने तीन मौतों की पुष्टि की, हालांकि मृतकों की पहचान नहीं उजागर की गई।
सैन्य और पुलिस बल की प्रतिक्रिया
खगराछारी जिला भारत और म्यांमार की सीमा से सटे चटगांव पहाड़ी क्षेत्र के तीन पहाड़ी जिलों में से एक है। ढाका में गृह मंत्रालय ने बताया कि हिंसा में 13 सैन्यकर्मी और तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। पुलिस के अनुसार, ये तीन मौतें खगराछारी से 36 किलोमीटर दक्षिण में गुइमारा इलाके में हुईं। पुलिस और सैन्य गश्ती के बावजूद हिंसा फैल गई, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया।
पीड़िता की हालत और इलाज
पीड़िता को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया गया। पुलिस ने बताया कि लड़की को बेहोशी की हालत में पाया गया और मामले की गंभीरता के कारण तुरंत चिकित्सा और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई।