जिसके पास नहीं है वनडे का दर्जा उसने दिग्गज टीम को बनाया खिलौना, गेंदबाजों से लेकर बल्लेबाजों ने ढाया कहर
क्रिकेट में कई बार हैरान करने वाली घटनाएं देखने को मिलती हैं. कई बार बड़ी टीमों को मुंह की खानी पड़ती है और छोटी टीमों से हार झेलनी पड़ती है. विश्व कप क्वालीफायर में हालांकि इससे आगे की घटना हुई है. एक टीम है जिसके पास आईसीसी की वनडे टीम का दर्जा भी प्राप्त नहीं है लेकिन उसने एक मजबूत और ऐसी टीम को मजबूत टीम मानी जाती है और लगातार आईसीसी टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेती है. ये सब हुआ है आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप क्वालीफायर (ICC Women Cricket World Cup Qualifier) में. यहां थाईलैंड की महिला टीम (Thailand Cricket Team) ने बांग्लादेश (Bangladesh Cricket Team) को हरा दिया.
थाईलैंड को ये जीत डकवर्थ लुइस नियम के मुताबिक 16 रनों से मिली. टीम हालांकि जिस तरह से खेल रही थी और जिस स्थिति में थी उसमें उसकी जीत तय लग रही थी. बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में आठ विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. थाईलैंड की टीम मजबूती से लक्ष्य का पीछा कर रही थी. उसने 39.2 ओवरों में दो विकेट खोकर 132 रन बना लिए थे. जीतने के लिए उसे चाहिए थे 44 रन और उसके पास आठ विकेट बाकी थे. ऐसे में उसकी जीत तय लग रही थी. लेकिन फिर खराब रौशनी के कारण मैच रोक दिया गया और डकवर्थ लुइस नियम के मुताबिक थाईलैंड को जीत दे दी गई.
थाईलैंड की इस बल्लेबाज ने ढाया कहर
थाईलैंड की सलामी बल्लेबाज सोरनारिन टिपोच को प्लेयर ऑफ द मैच दिया गया. उन्होंने 113 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 69 रनों की पारी खेली. उनकी सलामी जोड़ीदार नाथाकन चानथम ने भी अच्छी बल्लेबाजी की और 37 रन बनाए. उन्होंने 69 गेंदों का सामना कर तीन चौके मारे. मैच जब रुका तब नानापट कोनचारोनकेई 14 और कप्तान नारुएमोल चाइवाई पांच रन बनाकर खेल रही थी. बांग्लादेश के लिए नाहिदा अख्तर और फाहिमा खातुन ने एक-एक विकेट लिए.
थाईलैंड की बल्लबाजों ने जहां आसानी से बल्लेबाजी की वहीं बांग्लादेश की बल्लेबाज संघर्ष करती हुई नजर आईं. शारमिन अख्तर के रूप में टिम ने अपना पहला विकेट खोया. वह एक रन ही बना सकीं. कप्तान निगार खातुन भी एक रन बनाकर आउट हो गईं. इन दोनों के जाने के बाद मुर्शिदा खातुन और फारगाना हक ने टीम को संभाला. इन दोनों ने 84 रनों की साझेदारी की. खातुन 80 गेंदों पर 46 रन बनाने में सफल रहीं. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके मारे. फारगान अर्धशतक पूरा करने में सफल रहीं. उन्होंने 81 गेंदों पर छह चौके की मदद से 51 रन बनाए. उनके बाद रुमाना अहमद ने आखिरी में 27 और लता मोंडल ने 29 रनों की पारी खेल टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया. थाईलैंड के लिए नटाया बूचाथाम ने पांच विकेट अपने नाम किए.