बांग्लादेश में नई सरकार की कमान थामने वाले मोहम्मद यूनुस क्यों फूट-फूटकर रोने लगे
नई दिल्ली : बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का नेता चुने जाने के बाद गुरुवार दोपहर को प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचे. एयरपोर्ट पर पहुंचते ही नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस ने बंग्लादेश को हिंसा और अराजकता से बचाने की भावुक अपील की. उन्होंने कहा कि यदि आपको मुझ पर भरोसा है तो सबसे पहले यह सुनिश्चित करें कि देश में कहीं भी और किसी पर भी हमला नहीं होगा. यह हमारी पहली जिम्मेदारी है, कि हिंसा को रोका जाए, उन्होंने कहा कि यह मैं आप लोगों से वादा चाहता हूं. ऐसा कहते हुए वो बेहद भावुक हो गए.
न्यूज के मुताबिक, ढाका एयरपोर्ट पर आर्मी चीफ और छात्र संगठनों के नेताओं ने प्रोफेसर यूनुस का स्वागत किया. इस दौरान प्रोफेसर यूनुस ने कहा कि जिस बात पर मैं सबसे पहले जोर देना चाहता हूं वह बांग्लादेश को अराजकता से बचाना है. उन्होंने कहा कि ‘सबसे पहले हमें देश को हिंसा से बचाना है, ताकि हम उस रास्ते पर आगे बढ़ सकें, जिसे हमें छात्रों ने दिखाया है. बांग्लादेश एक खूबसूरत देश हो सकता है, देश के पास अपार क्षमता है. हमें एक बार फिर देश के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा.’
प्रोफेसर यूनुस ने सरकार का तख्तापलट करने वाला आंदोलन चलाने के लिए युवाओं और छात्रों की सराहना की, उन्होंने कहा कि यह बांग्लादेश का ‘दूसरा विजय’ है. यूनुस ने कहा कि जिस आजादी को छात्रों और युवा लेकर आए हैं इसे हमें हर घर तक पहुंचाना है. इसके बिना इसे दूसरा विजय कहना बेमतलब हो जाएगा. इस दौरान अबू सईद को श्रद्धांजलि देते हुए यूनुस रोने लगे. अबू सईद आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे जाने पहले छात्रों में से एक था. यूनुस ने कहा मुझे अबू सईद की बहुत याद आ रही है, उसकी छवि हर दिल में बसी हुई है. उसने पुलिस की गोली के सामने खड़े होकर जो साहस दिखाया, उसने देश को बदल के रख दिया.
दरअसल, छात्रों के हिंसक आंदोलन के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद वह जान बचाकर भारत में शरण ली हैं. राष्ट्रपति ने हसीना के जाने के बाद कैबिनेट को भंग कर दिया था. गुरुवार की रात को करीब 9 बजे मोहम्मद यूनुस ने पीएम पद की शपथ ली. अब देश की बागडोर प्रोफेसर यूनुस के हाथों में है. फिलहाल, बांग्लादेश अब धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व कर रहे मोहम्मद यूनुस नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री और बैंकर हैं. माइक्रोक्रेडिट बाजार विकसित करने के लिए साल 2006 में मोहम्मद यूनुस को नोबेल शांति पुरस्कार से नवाजा गया था.