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आरोग्य सेतु ऐप सरकार ने अनिवार्य क्यों किया ?

अशोक पाण्डेय

स्तम्भ: कोरोना महामारी को रोकने के लिए दुनिया के तमाम देश अपने-अपने तरीके से इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है। दक्षिण कोरिया दुनिया का पहला देश है, जिसने तकनीकी का प्रयोग करते हुए रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (KCDC) ने COVID-19 स्मार्ट प्रबंधन प्रणाली (एसएमएस) तैयार किया है जो कि एक मोबाइल एप के जरिए कंट्रोल होता है। इसके अलावा क्वारंटीन किए गए लोगों पर नजर रखने के लिए दक्षिण कोरिया स्मार्ट रिस्टबैंड का भी इस्तेमाल कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया में कोरोना संक्रमितों को ट्रैक करने के लिए COVIDSafe एप का इस्तेमाल हो रहा है।

चीन कोरोना संक्रमितों को ट्रैक करने के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल करता है। तो वही भारत ने लॉकडाउन का तरीका अपने हुए। तकनीक का भी सहारा ले रही है। भारत सरकार ने 2 अप्रैल को आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च किया। आरोग्य सेतु एप कॉन्टेक्ट ट्रैकिंग एप है जो कि जीपीएस और ब्लूटूथ के आधार पर काम करता है।

इस ऐप में कोरोना वायरस के रोकथाम के भी तरीके बताए गए हैं। इसके अलावा यह एप आपकी लोकेशन और ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर बताएगा कि आपको कोरोना संक्रमण का खतरा है या नहीं। इसके आसपास के कोविड-19 मरीज के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है। यह ऐप को हिंदी, अंग्रेजी और मराठी समेत 11 भाषाओं में उपलब्ध है। इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के मुताबिक “मजहब 20 दिनों में 8 करोड से अधिक मोबाइल यूजर्स डाउनलोड कर चुके है। यह मोबाइल ऐप कोरोना से लड़ाई में अहम हथियार बन कर सामने आया है।”

सरकार ने 29 अप्रैल को एक ज्ञापन जारी किया था। जिसका विषय था, “कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए (चेन ब्रेक) आरोग्य सेतु ऐप का प्रभावी इस्तेमाल। “केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले सभी अधिकारियों, कर्मचारियों (आउटसोर्स कर्मचारियों सहित) को अपने मोबाइल पर हाथों हाथ ‘आरोग्यसेतु’ ऐप डाउनलोड करना चाहिए।

ऑफ़िस में काम करना शुरू करने से पहले सभी को ‘आरोग्यसेतु’ ऐप पर अपनी स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए। जब एप्लिकेशन ‘सुरक्षित’ या ‘कम जोख़िम’ की स्थिति दिखाए, तभी आना-जाना शुरू करें। अधिकारियों/कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि यदि एप्लिकेशन पर ‘मध्यम’ या ‘उच्च जोख़िम’ दिखाए तो उन्हें ऑफ़िस नहीं आना है और उस वक़्त तक ऑफ़िस नहीं आना है जब तक ऐप पर स्थिति ‘सुरक्षित’ या ‘कम जोख़िम’ नहीं हो जाती।
इस ज्ञापन में स्पष्ट लिखा है कि आरोग्य सेतु ऐप केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है। लेकिन जो केंद्र सरकार के अधीन काम नहीं करते हैं क्या यह उनके लिए भी अनिवार्य है?

इसको लेकर भी जो असमंजस था उसे एक मई, 2020 को जारी गृह मंत्रालय (MHA) ने अपने निर्देश में कहा, (अनुवादित) “निजी और सार्वजनिक दोनों सेक्टर के सभी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल अनिवार्य किया जाएगा। यह संबंधित संगठनों के प्रमुखों की ज़िम्मेदारी होगी कि वे अपने कर्मचारियों के बीच इस ऐप के 100 प्रतिशत कवरेज को सुनिश्चित करें।”

दुनिया भर के साइबर एक्सपर्ट इस पर सवाल और इसे निजता का हनन बता रहे हैं।

हालांकि पीआईबी ने कहा है कि “आरोग्य सेतु ऐप का डिज़ाइन सबसे पहले गोपनीयता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है। ऐप द्वारा एकत्र किए गए व्यक्तिगत डेटा को अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके एन्क्रिप्ट किया गया है और डेटा चिकित्सा सम्‍बन्‍धी सुविधा की आवश्‍यकता पड़ने तक फोन पर सुरक्षित रहता है।

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