योगी सरकार में मंत्री ने क्यों कहा -STF में दम है तो मेरे सीने पर गोली मारे
पहली बार अशीष पटेल पत्नी व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया बचाव में आईं सामने
दस्तक डेस्क: तकनीकी शिक्षा विभाग में लेक्चरर्स के प्रमोशन में अनियमितताओं के आरोपों में फंसे यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल एसटीएफ से बहुत नाराज हैं। एसटीएफ के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्होंने कहा कि तुम पैर पर गोली मारते हो, अगर दम है तो मेरे सीने पर गोली मारो। मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं। मेरी गलती है कि मैंने वंचित वर्ग को आगे बढ़ाया। ऐसी गलती मैं करता रहूंगा। डरूंगा नहीं, आपके पास तंत्र है और मेरे पास जनतंत्र है। जब जनतंत्र साथ है तो तंत्र से कोई डरने की जरूरत नहीं है।
आशीष पटेल ने कहा, मैं एसटीएफ के उन अधिकारियों के बारे में जानना चाहता हूं कि जिस विधानसभा में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है, उसी विधानसभा में दो लोगों को धरना देने के लिए छोड़ दिया। आज एसटीएफ को मैं कहना चाहता हूं कि तुम्हारा नाम स्पेशल टास्क फोर्स है। मेरा नाम आशीष पटेल है। एसटीएफ को कहना चाहता हूं कि तुम पैर में गोली मारते हो ना, आओ सीने में गोली मारो। उन्होंने कहा-पीएम मोदी ही हमारे नेता हैं। कहेंगे तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दूंगा।
दरअसल पॉलीटेक्निक संस्थाओं में विभागाध्यक्ष के पद पर पदोन्नति का मुद्दा तूल पकड़ने लगा है। इस मुद्दे पर गुरुवार को अपना दल (एस) की अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने अक्रामक रूप से पल्लवी पटेल पर हमला बोला। पल्लवी पटेल खुद सिराथू से एक विधायक हैं जो मंत्री के खिलाफ धरने पर बैठ गई थीं। मामला कई दिनों से गर्म है। पर अब पहली बार केंद्रीय मंत्री और उनकी पत्नी अनुप्रिया पटेल सामने आकर मुखर हुईं। अनुप्रिया ने आशीष पटेल पर लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब दिया।
अनुप्रिया ने कहा कि हम साजिशों से डरने वाले नहीं हैं। ऐसी साजिशों का जवाब संगठन की ताकत से दिया जाएगा ।उन्होंने कहा कि इस साजिश के पीछे किसका हाथ है, सभी जानते हैं। पार्टी के खिलाफ जो षड्यंत्र चल रहा है वह किसके इशारे पर है, यह एक-एक शुभचिंतक और समर्थक जानता है। ऐसे लोग कान खोलकर सुन लें कि इन षड्यंत्रों से डर कर सामाजिक न्याय के विषय को उठाना नहीं छोड़ेंगे। अनुप्रिया ने कहा कि जब भी हम पिछड़ों और दलितों की हक मारे जाने पर सवाल उठाते हैं तो कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगता है। 69 हजार शिक्षक भर्ती में पिछड़ों और दलितों के साथ अन्याय हुआ तो हमने सरकार में रहकर भी यह बात उठाई थी। हम पिछड़ों के हक की आवाज उठाते रहेंगे। अनुप्रिया ने कहा-दिल्ली को सारा सच पता है।
अनुप्रिया पटेल ने कहा, मुझे लगता है कि मैंने अपनी बात स्पष्ट कर दी है। बात प्रतिष्ठा पर आएगी तो हम समझौता नहीं करेंगे। पिछले दिनों जो बात सामने आई, वो हम जानते हैं कि किसके इशारे पर ये सब किया गया है. हम पिछड़ों, दलितों की लड़ाई लड़ते रहेंगे और हम जानते हैं कि 69000 शिक्षक भर्ती में घोटाला हुआ है। इसके पीछे हैं कौन है। हम और हमारे कार्यकर्ता जानते हैं। हम पीएम मोदी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं और उनके नेतृत्व में हम घटक दल हैं।