उत्तराखंड

उत्तराखंड के लिए क्यों ‘संजीवनी’ जैसा है इन्वेस्टर्स समिट, जानें कारण..

देहरादून : इन दिनों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने में जुटे हुए हैं. निवेशकों का यह समिट ऐसा माध्यम है, जो प्रदेश सुधारने और संवारने में सहायक हो सकता है. सीएम धामी भी इस बात को समझते हैं, तभी तो वे देश ही नहीं, बल्कि विदेशी धरती पर भी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए पहुंचे. सरकार ने 2.5 लाख करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें अभी तक 54.5 हजार करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. अगर सरकार इसमें लक्ष्य हासिल कर लेती है तो यह प्रदेश की तरक्की के कई रास्ते खोल देगा.
चलिये आइये जानते हैं निवेश आने से उत्तराखंड को क्या-क्या लाभ होंगे ::

  • निवेश आने से प्रदेश में उद्योग एवं सेवाओं का विकास एवं विस्तार होगा, जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा.
  • राज्य की जीडीपी (2022-23 में 3 लाख दो हजार करोड़) में वृध्दि होगी. राज्य अगले 5 वर्षों में दोगुनी जीडीपी को हासिल करने के लक्ष्य को हासिल कर सकेगा.
  • उत्पादन एवं सेवाओं के विकास से रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
  • पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क, परिवहन, संचार सेवाओं में सुधार होगा. इससे पलायन में भी नियंत्रण लगेगा.
  • आर्थिक स्थिति सुधरने से सामाजिक, शैक्षिक एवं जीवन स्तर में भी सुधार देखने को मिलेगा. आज चेन्नई जा सकते हैं सीएम : ब्रिटेन, यूएई की यात्रा के बाद अब सीएम धामी देश में ही तीन महानगरों में रोड-शो करेंगे. इनमें चेन्नई, अहमदाबाद व मुंबई शामिल हैं. बुधवार यानी आज सीएम चेन्नई के लिए रवाना हो सकते हैं. सीएम ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को निवेश हेतु आकर्षित करने का प्रयास करेंगे.
    [4:42 pm, 25/10/2023] Ram Kumar Sir: चेन्नई जा चुके हैं करेक्ट कर लो
    [4:44 pm, 25/10/2023] +91 95574 41588: संशोधित :::::
    उत्तराखंड के लिए क्यों ‘संजीवनी’ जैसा है इन्वेस्टर्स समिट, जानें कारण..
  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से उत्तराखंड को होंगे कई फायदे..

देहरादून : इन दिनों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को सफल बनाने में जुटे हुए हैं. निवेशकों का यह समिट ऐसा माध्यम है, जो प्रदेश सुधारने और संवारने में सहायक हो सकता है. सीएम धामी भी इस बात को समझते हैं, तभी तो वे देश ही नहीं, बल्कि विदेशी धरती पर भी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए पहुंचे. सरकार ने 2.5 लाख करोड़ का निवेश लाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें अभी तक 54.5 हजार करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं. अगर सरकार इसमें लक्ष्य हासिल कर लेती है तो यह प्रदेश की तरक्की के कई रास्ते खोल देगा.
चलिये आइये जानते हैं निवेश आने से उत्तराखंड को क्या-क्या लाभ होंगे ::

  • निवेश आने से प्रदेश में उद्योग एवं सेवाओं का विकास एवं विस्तार होगा, जिससे इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित होगा.
  • राज्य की जीडीपी (2022-23 में 3 लाख दो हजार करोड़) में वृध्दि होगी. राज्य अगले 5 वर्षों में दोगुनी जीडीपी को हासिल करने के लक्ष्य को हासिल कर सकेगा.
  • उत्पादन एवं सेवाओं के विकास से रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
  • पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क, परिवहन, संचार सेवाओं में सुधार होगा. इससे पलायन में भी नियंत्रण लगेगा.
  • आर्थिक स्थिति सुधरने से सामाजिक, शैक्षिक एवं जीवन स्तर में भी सुधार देखने को मिलेगा.

चेन्नई के लिए रवाना हुए सीएम : ब्रिटेन, यूएई की यात्रा के बाद अब सीएम धामी देश में ही तीन महानगरों में रोड-शो करेंगे. इनमें चेन्नई, अहमदाबाद व मुंबई शामिल हैं. अब सीएम चेन्नई के लिए रवाना हो गए हैं. सीएम ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को निवेश हेतु आकर्षित करने का प्रयास करेंगे.

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