देशभर में आई फ्लू के केसेज लगातार बढ़ रहे हैं। घरों में एक के बाद एक लगभग हर सदस्य को संक्रमण हो रहा है। क्या वजह है कि आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस के केस भारत अचानक बढ़ने लगे? इससे बचने के उपाय क्या हैं? अगर घर में किसी को यह दिक्कत हो जाए तो उसकी केयर कैसे करें, ऐसे कई सवालों के जवाब दे रही हैं आई स्पेशलिस्ट।
आई फ्लू के बढ़ते केसेज ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ऐसा क्यों हो रहा है यह जानने के लिए हमने बात की ऑप्थेलमोलॉजिस्टर रिंकी शर्मा से। अचानक सबको आई फ्लू क्यों हो रहा है, इस बात पर डॉक्टर रिंकी ने जवाब दिया, मॉनसून सीजन में संक्रमण का खतरा किसी दूसरे सीजन से कहीं ज्यादा रहता है। इसकी वजह यह है कि हवा में नमी। इसमें बैक्टीरिया, वायरस आसानी से रिप्लीकेट होते हैं।
इस साल जुलाई में बीते सालों से ज्यादा पानी बरस गया। इसलिए जुलाई में ज्यादा मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं जो अगस्त तक हर साल पहुंचते हैं। हालांकि इस साल वायरस तेजी से फैल रहा है।
हाइजीन मेनटेन रखें। जब भी बाहर जाएं चश्मा लगाए रहें। अपनी तौलिया और कपड़े किसी से शेयर न करें। जिन लोगों को इन्फेक्शन है, उन्हें स्कूल, कॉलेज या ऑफिस से छुट्टी लेने को कहें।
ठंडे पानी से दिन में दो बार आंखें धोएं। आई स्पेशलिस्ट की बताई ड्रॉप्स ही आंखों में डालें। मेडिकल स्टोर वालों की बताई दवाएं न लें। क्योंकि ज्यादातर स्टोर्स स्टेरॉइड्स वाली दवाएं दे रहे हैं जिनसे अगर दिक्कत बढ़ जाए तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
यह वायरल कंजंक्टिवाइटिस है तो यह अपने आप ही ठीक होने वाली बीमारी है। वॉश बेसिन, तौलिया या तकिए से पूरे घर को इन्फेक्शन हो जा रहा है। आई फ्लू ठीक होने में 3 से 5 दिन लग सकते हैं। हालांकि संक्रमण एक के बाद दूसरी आंख में भी हो जाता है तो ठीक होने में ज्यादा दिन भी लग सकते हैं।