खराब सेहत या फिर तख्तापलट का डर, आखिर चीन से बाहर क्यों नहीं जा रहे शी जिनपिंग?
नई दिल्ली : चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आख़िरी विदेश यात्रा जनवरी 2020 में म्यांमार की थी। उसके बाद से अब तक जिनपिंग ने चीन नहीं छोड़ा है। करीब दो साल होने को हैं और उन्होंने कोई विदेश यात्रा नहीं की है। इंटरनेशनल रिलेशंस को स्टडी करने वाले लोगों को यह बात आसानी से हजम नहीं हो रही है। ऐसे में जिनपिंग के लगातार चीन में रहने को लेकर कई तरह से कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि उनकी तबीयत ठीक नहीं चल रही है तो कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि उन्हें तख्तापलट का डर सता रहा है।
हाल ही में यूनाइटेड नेशंस महासभा में भाग लेने के लिए कई देशों के प्रतिनिधि पहुंचे। भारत की ओर से पीएम मोदी भी पहुंचे लेकिन शी जिनपिंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही महासभा को संबोधित किया। रिपोर्ट्स बता रही हैं कि जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी इस साल के आख़िर में मुलाकात कर सकते हैं लेकिन यह बातचीत भी वर्चुअल ही रहने वाली है। रिपोर्ट्स बताते हैं कि बाइडन ने जिनपिंग के साथ व्यक्तिगत रूप से द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन की मांग की, लेकिन जिनपिंग सिर्फ एक ऑनलाइन बैठक के लिए सहमत हुए हैं।
चूंकि इतिहास में चीनी राष्ट्रपति के खराब स्वास्थ्य के कारण बैठकें रद्द होने और भाषणों में देरी होने की घटनाएं हुई हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी तबीयत अच्छी नहीं है। सिंगापोर पोस्ट की एक रिपोर्ट बताती है कि 2019 में इटली और फ्रांस के दौरे पर जिनपिंग को थोड़ा लंगड़ाते हुए देखा गया था। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात के दौरान बैठने के दौरान उन्हें कुर्सी का सहारा लेते हुए भी देखा गया था।