स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक के जैवलिन थ्रो टूर्नामेंट गोल्ड जीतकर इतिहास रचा है. नीरज ने एथलेटिक्स में 121 साल के सूखे को खत्म करते हुए देश को गोल्ड मेडल दिलाया. फाइनल मैच में भारतीय एथलीट ने पहले प्रयास में ही 87.03 मीटर का थ्रो फेंका जिसे देखकर तमाम देशवासी झूम उठे, नीरज का टोक्यो ओलंपिक में बेस्ट आना बाकी था.
23 वर्ष के इस प्लेयर ने अपने दूसरा थ्रो 87.58 मीटर की दूरी पर फेंका और अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवाया. बाकी एथलीट्स ने भरपूर कोशिश की पर वो भारत के लाल के थ्रो के आसपास भी नहीं भटक सके. सोशल मीडिया पर नीरज के इस ऐतिहासिक थ्रो का वीडियो वायरल हो रहा है और फैन्स इसकी तारीफ कर रहे हैं. नीरज ने इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में भी अपने प्रदर्शन से सनसनी फैलाई थी.
उन्होंने टॉप पर रहते हुए पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था और 83.65 के क्वालीफिकेशन को पार किया था. नीरज इससे पहले एशियाई खेलों, कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई चैंपियनशिप में भी गोल्ड जीता यही वजह है कि पूरा देश की निगाहें उनपर थीं. टोक्यो ओलंपिक में ये भारत का पहला गोल्ड मेडल है और नीरज चोपड़ा देश की ओर से ओलंपिक खेलों में गोल्ड लाने वाले महज दूसरे ही प्लेयर हैं. उनसे पहले निशानेबाजी में अभिनव बिंद्रा ने वर्ष 2008 में गोल्ड मेडल जीता था.
नीरज के गोल्ड मेडल के साथ ही टोक्यो ओलंपिक में भारत ने सातवां पदक जीता, जो कि देश का ओलंपिक में अबतक का बेहतरीन प्रदर्शन भी है. भारत का इससे पहले बेस्ट प्रदर्शन छह मेडल के साथ लंदन ओलंपिक में रहा था. टोक्यो ओलंपिक में भारत ने एक गोल्ड, दो सिल्वर और चार कांस्य जीते हैं. भारत को ओलंपिक 2020 में पहला मेडल वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने दिलाया था.
मणिपुर की इस प्लेयर ने सिल्वर मेडल जीता था. पीवी सिंधु ने बैडमिंटन, लवलीना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में देश को कांस्य दिलाया था. पहले बार ओलंपिक में आये पहलवान रवि दहिया ने अपने प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीतते हुए कुश्ती में सिल्वर मेडल जीता. पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो में 41 साल के सूखे को खत्म करते हुए कांस्य जीता. नीरज चोपड़ा के मैच से ठीक पहले भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने भी देश की झोली में एक कांस्य पदक डाला.