ट्रंप ने क्यों कहा हम भारत को अप्रैल फूल बनाना नहीं चाहते

नई दिल्ली: पूरी दुनिया को बेचैन करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस यानी अमेरिकी संसद के संबोधित करते हुए मंगलवार को भारत समेत तमाम देशों पर फिर निशाना साधा। उन्होंने दोहराया कि ‘चीन, भारत, ब्राज़ील, मैक्सिको और कनाडा समेत कई देश हमारे मुकाबले बहुत अधिक टैरिफ़ लगाते हैं।’ भारत का ज़िक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि ‘भारत ऑटो उत्पादों पर 100 प्रतिशत से भी अधिक टैरिफ़ लगाता है।’
ट्रंप ने कहा, “इन्हीं उत्पादों पर चीन, हमारे मुकाबले दो गुना टैरिफ़ लगाता है. जबकि दक्षिण कोरिया का टैरिफ़ चार गुना अधिक है। हालांकि हम दक्षिण कोरिया को हम सैन्य और मदों में काफ़ी मदद करते हैं।”उन्होंने कहा, “यह दोस्तों और विरोधियों दोनों की ओर से किया जा रहा है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए न्यासंगत नहीं है। इसलिए हम 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ़ लगाने जा रहे हैं। और वे देश जो भी टैरिफ़ लगाते हैं, हम भी उतना ही लगाएंगे।”

ट्रंप ने चुटकी लेते हुए कहा, “हम इसे एक अप्रैल से करना चाहते थे लेकिन उस दिन अप्रैल फ़ूल बनाने का आरोप अपने मत्थे नहीं ले सकता इसलिए दो अप्रैल की तारीख़ चुनी है।” यह सुनकर कांग्रेस में हंसी छूट गई। जब अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति ट्रंप संबोधित कर रहे थे, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट के बीच तनाव साफ़ झलक रहा था। ट्रंप जब अपनी चुनावी जीत की सराहना और डेमोक्रेट की आलोचना कर रहे थे, डेमोक्रेट सदस्यों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। भाषण शुरू करने से कुछ ही देर बाद ट्रंप को बीच में ही रुकना पड़ा और स्पीकर ने ट्रंप पर चिल्ला रहे सीनेटर अल ग्रीन को बाहर निकालने का आदेश दिया।

ग्रीन को धीरे धीरे सदन से बाहर जाते देखा गया. इसके बाद ट्रंप ने अपना भाषण जारी रखा। हालांकि हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव के कई डेमोक्रेट सदस्यों ने अपने टीशर्ट और ब्लेज़र पर ‘रेज़िस्ट’ यानी प्रतिरोध लिखा हुआ था और संबोधन का बहिष्कार करते हुए सदन से बाहर चले गए।