चंडीगढ़ : हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता अजय माकन की हार के बाद हरियाणा के अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी विवेक बंसल निशाने पर हैं। पार्टी के पास पर्याप्त संख्या में होने के बावजूद राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन की जीत सुनिश्चित करने में विफल रहने के बाद विवेक बंसल पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि वे एक ‘गलत वोट’ को पकड़ने में नाकाम रहे जबकि यह उनकी जिम्मेदारी थी।
दरअसल 10 जून को उच्च सदन के चुनाव हुए थे और विवेक बंसल कांग्रेस नेता अजय माकन के एजेंट थे। लेकिन इसके बावजूद वे एक विधायक के “गलत वोट” को नहीं रोक सके। हर पार्टी विधायक के चिह्नित मतपत्र को डालने से पहले देखना बंसल की जिम्मेदारी थी। कांग्रेस पार्टी उनसे उम्मीद कर रही थी वे मोर्चे पर डटे रहेंगे क्योंकि पार्टी नाराज असंतुष्ट नेता कुलदीप बिश्नोई को चुनाव में “क्रॉस वोटिंग” में शामिल होने की उम्मीद कर रही थी।
कांग्रेस नेतृत्व ने अब बंसल को उस पार्टी विधायक की “पहचान” करने का काम सौंपा है, जिसका मतपत्र “गलत तरीके से चिह्नित” होने के कारण खारिज कर दिया गया था, जिसके कारण सत्तारूढ़ भाजपा-जेजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय के हाथों अजय माकन की हार हो गई थी। अजय माकन शर्मा से सिर्फ 2/3 वोट से हार गए। चुनाव मैदान में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण पंवार ने आसानी से जीत हासिल कर ली थी। कुलदीप बिश्नोई द्वारा “क्रॉस वोटिंग” किए जाने के अलावा एक और कांग्रेस विधायक का वोट गलत करार दिया गया था जिसके बाद उसे रिजेक्ट कर दिया गया था।