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क्या केपटाउन में 30 साल से चला आ रहा ‘अभेद्द किला’ भेद पाएगा भारत?

नई दिल्ली: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट 11 जनवरी से केप टाउन के न्यूलैंड्स मैदान पर खेला जाएगा। भारत ने सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेजबान टीम को 113 रनों से करारी मात देकर 1-0 की बढ़त बना ली थी। हालांकि दक्षिण अफ्रीका ने जोरदार पलटवार करते हुए जोहानिसबर्ग में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 7 विकेट से शिकस्त देकर सीरीज 1-1 की बराबरी हासिल कर ली।

भारत को पहली बार जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के हाथों टेस्ट में हार का सामना करना पड़ा। दूसरे टेस्ट में भारत के पास पहली बार दक्षिण अफ्रीका की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का मौका था, लेकिन टीम इंडिया ने इसे गंवा दिया। भारत के पास अब केपटाउन में इतिहास रचने का मौका है। हांलाकि कप्तान विराट कोहली और कोच राहुल द्रविड़ के लिए यह आसान नहीं होने वाला है क्योंकि भारत ने केपटाउन में अबतक कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है।

भारतीय क्रिकेट टीम ने केपटाउन में अबतक 5 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उसे एक भी जीत नसीब नहीं हुई है। टीम इंडिया ने न्यूलैंड्स मैदान पर टेस्ट ड्रॉ कराए हैं, जबकि तीन में उसे हार का मुंह देखना पड़ा है। भारतीय टीम ने इस मैदान पर अपना पिछला टेस्ट 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में खेला था, जिसमें उसे 72 रन से हार झेलनी पड़ी थी।

भारत ने केपटाउन में अपना पहला टेस्ट 1993 में खेला था। यह मुकाबला ड्रॉ रहा था। इसके बाद उसने 1997 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में इस मैदान पर अपना दूसरा टेस्ट खेला था, जिसमें उसे 282 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा था। मौजूदा टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भी भारतीय टीम यहां खेल चुकी है और उसे 2007 में पांच विकेट से ​मात मिली थी। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम इस मैदान पर ड्रॉ खेलने में सफल रही है। भारत ने 2011 में धोनी की कप्तानी में इस मैदान पर टेस्ट मैच ड्रॉ कराया था।

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