स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक में भारतीय 119 प्लेयर खेलेंगे. इस बार उत्तर प्रदेश के दस प्लेयर ओलंपिक में अपनी दावेदारी पेश करने वाले है. इसमें यूपी की बेटी अन्नू रानी भाला फेंक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. उन्होंने ओलंपिक का टिकट रैंकिंग के आधार पर हासिल किया है.
मेरठ की रहने वाली अन्नू रानी के बारे में एथलेटिक्स कोच जेएस भाटिया बोलते हैं कि ओलंपिक में भारत को नए विजेता मिल सकते हैं. उन्होंने अन्नू रानी को लेकर काफी प्रतिभावान बताया और कहा कि वो देश के लिए पदक जीत सकती है. उन्होंने बोला कि कई प्लेयर ऐसे है जो संघर्ष के बाद यहां तक आये है और अन्नू रानी भी आर्थिक हालात से जूझते हुए यहां तक पहुंची है.
जेएस भाटिया ने बोला कि उम्मीद है कि अन्नू रानी ओलंपिक में कमाल कर सकती है. मेरठ की अन्नू रानी की कठिनाइयों को देखते तो एक समय उनके पास अभ्यास के लिए जूते तक नहीं थे और चंदे की रकम से जूता खरीदती थी. लोग उनको गाय भी दान देते थे, ताकी वो अच्छी सेहत हासिल कर सके.
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अन्नू को शुरुआती दौर में प्रैक्टिस के लिए बड़ी सुविधा नहीं मिल सकी. इसके चलते वो गन्ने को भाला बनाकर प्रैक्टिस करती थी. उन्होंने अभी तक 12 वर्ष के करियर में कई कमाल दिखाए है. अन्नू मेरठ के बहादुरपुर गांव की रहने वाली है जो गांव में प्रैक्टिस कर आज ओलंपिक तक पहुंची है.
अन्नू रानी का रिकॉर्ड
लखनऊ में 2014 के राष्ट्रीय अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप में अनु रानी ने 58.83 मीटर भाला फेंक गोल्ड जीता था और 14 वर्ष पुराना राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोडा.
कांस्य पदकः 2014 एशियन गेम्स, दक्षिण कोरिया
कांस्य पदकः 2017 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप, भुवनेश्वर
रजत पदकः 2019 एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप, दोहा