चैम्पियंस ट्रॉफी : क्या इस प्रदर्शन के बाद खत्म होगा करुण नायर का आठ साल का इंतजार?
मुद्दा (संजीव मिश्र): विजय हजारे ट्रॉफी खत्म होने के बाद ही चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का ऐलान होने की बात चल रही है। हालांकि इस टूर्नामेंट के लिए टीम की घोषणा की अंतिम तिथि 12 जनवरी थी। लगभग सभी देशों ने अपनी टीम घोषित भी कर दी। लेकिन दो दिग्गज एशियाई देशों भारत और पाकिस्तान ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। भारत में इन दिनों विजय हजारे ट्रॉफी के नॉक आउट मुकाबले खेले जा रहे हैं। 18 जनवरी को फाइनल के बाद ही टीम इंडिया के ऐलान की संभावना है। इसके अलावा जसप्रीत बुमराह और कुलदीप यादव की फिटनेस अपडेट का भी इंतजार किया जा रहा है। हालांकि दोनों के ही शुरुआती मुकाबलों में खेलने की उम्मीद नहीं है। बुमराह अपनी पीठ की तकलीफ से पूरी तरह नहीं उबरे तो चैम्पियंस ट्रॉफी से बाहर भी रह सकते हैं।
पिछली छह पारियों में 664 के औसत से इतने ही रन
इस बीच एक नाम जो तेजी के साथ चर्चा में आया वह है करुण नायर का। वही नायर जिसने इंग्लैंड के खिलाफ अपने तीसरे टेस्ट में ही तिहरा शतक जड़ दिया था। लेकिन यहां टेस्ट नहीं वन डे टीम के सलेक्शन की बात चल रही है, इसलिए यदि वन डे में मौजूदा फॉर्म की बात करें तो दूर-दूर तक करुण नायर की टक्कर में कोई नहीं दिख रहा है। उन्होंने अपने बल्ले से पिछले छह लिस्ट ए मैचों में तूफान मचा रखा है। विदर्भ के लिए खेलने वाले नायर ने पिछली 6 पारियों में 664 रन बनाए हैं। इस दौरान वे सिर्फ एक बार आउट हुए हैं। यानि उनका औसत भी 664 ही है।
लिस्ट ए मैचों में पांच शतक, अब और क्या चाहिए?
इस शानदार फॉर्म से वे चैम्पियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया में वापसी के जबर्दस्त दावेदार के रूप में उभरे हैं। लेकिन बहुत बड़ा सवाल यह है कि क्या ऐसा होगा, क्योंकि नायर के साथ पहले भी ऐसा हो चुका है जब शानदार फॉर्म के बावजूद उनकी घरेलू टूर्नामेंट में भी उपेक्षा हुई। 2024 में ही नॉर्थेम्पटनशायर से खेलते हुए नाबाद 202 के स्कोर के साथ इंग्लैंड में उन्होंने 11 पारियों में 487 रन बनाए तक ऐसा लगा कि यह प्रदर्शन उन्हें दलीप ट्रॉफी में जगह दिलवा देगा लेकिन जब टीम घोषित हुई तो उनका नाम गायब था। इसके बाद से घरेलू टूर्नामेंट में उनका बल्ला लगातार धमाकेदार तरीके से रन उगल रहा है। नायर ने अपनी पिछली छह पारियों में पांच शतक लगाए हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में यूपी के खिलाफ शतक लगाने के बाद वह इस टूर्नामेंट में पहली बार आउट हुए। लेकिन इससे पहले नायर ने न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर जेम्स फ्रैंकलिन के रिकॉर्ड को तोड़कर बिना आउट हुए 542 रन बनाने का नया लिस्ट ए रिकॉर्ड कायम कर दिया था।
नवम्बर 2016 में टेस्ट कैप मिली
अब उनके भारतीय क्रिकेट में दस्तक के दिनों में लौटते हैं। साल 2016 करुण नायर के लिए यादगार रहा। सबसे पहले उन्होंने 2016 जुलाई में जिम्बाब्वे के खिलाफ दौरे पर अपना वनडे डेब्यू किया, उनका चयन घरेलू क्रिकेट में उनकी निरंतरता का पुरस्कार था। उन्होंने अपने पहले तीन सीज़न में 50 से अधिक की औसत से रन बनाए थे। नवंबर में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट में उन्हें पहली बार टेस्ट कैप मिली। पहले और दूसरे टेस्ट में उनका बल्ला नहीं चला। इस दौरान खेलने को मिलीं सिर्फ दो पारियों में वह केवल 4 और 13 रन ही बन सके।
जितनी तेजी से उभरे, उतनी तेजी से गायब भी हुए
अपने कॅरिअर के तीसरे टेस्ट में नाबाद 303 रनों की पारी खेल वह वीरेंद्र सहवाग के बाद भारत के दूसरे ऐसे बल्लेबाज बन गए, जिसने तिहरा शतक बनाया। इसके अलावा पहले टेस्ट शतक को तिहरे शतक में बदलने वाले विश्व क्रिकेट के इतिहास में तीसरे बल्लेबाज बन गए। लेकिन इसके बाद 2017 में खेलने आई आस्ट्रेेलिया टीम के खिलाफ अगले तीन टेस्ट मैचों की चार पारियों से उनके बल्ले से 26, 0,23, 5 के स्कोर ही निकले और फिर वह टेस्ट क्रिकेट से भुला दिए गए। नायर ने अंतिम टेस्ट मार्च 2017 में खेला। कुल छह टेस्ट मैचों में 62.33 के औसत से नायर के खाते में 374 रन हैं। नायर जितनी तेजी भारतीय क्रिकेट में उभरे थे, उतनी ही तेजी से गायब भी हो गए।
अंतिम एक दिवसीय जिम्बाब्वे के खिलाफ 2016 में खेला
करुण नायर अंतिम वन डे वह जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में 2016 में ही खेल चुके थे। उसमें भी उन्हें दो ही मैचों में मौका मिला था, जिसमें एक में उन्होंने 7 और दूसरे में 39 रन बनाए थे। यहां उनको और चांस देना बनता था लेकिन देश में नया टैलेंट भी आ चुका था, इसलिए वे पीछे होते चले गए। नायर अब 33 वर्ष के हो चुके हैं। हालांकि अभी भी उनमें चार-पांच साल का क्रिकेट बचा है लेकिन भारतीय चयनकर्ताओं की भविष्य की प्लानिंग में वे फिट बैठते हैं या नहीं, यह सबसे महत्वपूर्ण है। चैम्पियंस ट्रॉफी की टीम में यदि उनको मौका दिया जाता है तो टीम से किसको बाहर रखा जाएगा, चयनकर्ताओं के लिए यह फैसला लेने में भी मुश्किल होगी।
शुभमन गिल, केएल राहुल या शिवम दुबे में से कौन बाहर होगा
आस्ट्रेलिया में हल्का प्रदर्शन करने वाले शुभमन गिल का फॉर्म उससे पहले वन डे फॉर्मेट में भी बहुत अच्छा नहीं था। श्रीलंका के खिलाफ अंतिम तीन वन डे में उन्होंने सिर्फ 16, 35, 6 की पारियां ही खेली थीं। उनके बल्ले से अंतिम शतक आए लगभग 16 महीने हो रहे हैं। उन्होंने 24 सितम्बर 2023 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर में अंतिम शतक (104 रन) लगाया था। आस्ट्रेलिया में केएल राहुल भी एक दो मौकों को छोड़कर खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपने अंतिम दो वन डे में 31 और 0 का स्कोर किया था। इसके अलावा शिवम दुबे भी खास फॉर्म में नहीं थे। इस तरह देखें तो करुण नायर के लिए जगह बनाना खास मुश्किल भी नहीं है लेकिन चयनकर्ता उनके लिए क्या सोच रहे हैं, फर्क इससे पड़ता है।