उत्तराखंड

उत्तराखंड कांग्रेस को एकजुट करेंगी कुमारी शैलजा या बढ़ेगा अंतर्कलह ?

दस्तक ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड कांग्रेस में पार्टी हाईकमान ने कुमारी शैलजा के रूप में नया प्रदेश प्रभारी नियुक्त कर पार्टी के भीतर असंतोष को दूर कर दिया है। कल सोमवार को कुमारी शैलजा के उत्तराखंड आगमन पर कांग्रेसियों ने जोरदार स्वागत किया। मगर, पहले ही दिन कुमारी शैलजा ने प्रदेश के नेताओं को समझने के बजाय कड़ी नसीहत दे डाली। इस तरह के कड़े शब्द सुनकर बड़े दिग्गज भी हैरान थे। वहीं, चर्चा ये भी हैं कि कुमारी शैलजा की कई दिग्गज नेताओं की पसंद हैं। ऐसे में प्रदेश इकाई के नेताओं को यह भी डर है कि कहीं इससे पहले की तरह प्रदेश प्रभारी को लेकर असंतोष पनपने न लगे।

किस दिग्गज की पसंद हो सकती हैं कुमारी शैलजा ?

दरअसल, हाल में 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस हाईकमान ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को छत्तीसगढ़ में केंद्रीय समन्वयक की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। इसी छत्तीसगढ़ राज्य में कुमारी शैलजा को प्रदेश प्रभारी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में कुमारी शैलजा व प्रीतम सिंह ने मिलकर चुनावी रणनीति व अभियान को संभाला। इसके कारण राजनीतिक जानकारों का मानना है कि संभव है कि कुमारी शैलजा का चयन वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह की सलाह पर किया गया हो। यह इसलिए भी संभव है क्योंकि पिछल कुछ महीनों में कांग्रेस हाईकमान ने प्रीतम सिंह को केंद्रीय स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी देकर राजनीतिक कद को बढ़ा दिया है।

बता दें कि पिछले प्रदेश प्रभारी रहे देवेंद्र यादव की कार्यशैली को लेकर प्रीतम सिंह खासे नाखुश दिखते रहे हैं। कई बार तो वे मीडिया के सामने भी देवेंद्र यादव के खिलाफ बयान दे चुके हैं।

शैलजा ने नेताओं के कसे पेंच

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस ने कमर कस ली है। इस कड़ी में पार्टी हाईकमान ने प्रदेश में नये प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी कुमारी शैलजा को सौंपी और अब कुमारी शैलजा भी प्रदेश में सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने कांग्रेस विधायकों, पूर्व विधायकों के साथ ही जिलाध्यक्षों के साथ बैठक की। उन्होंने बैठक में वरिष्ठ नेताओं को एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करने का आह्वान किया, साथ ही यह कड़े शब्दों में नसीहत भी दे डाली। प्रभारी की पहले दिन ही इस तरह की भाषा पर कई वरिष्ठ नेता नाखुश दिखे। वहीं, ढाई घंटे के भीतर वे सभी बैठकें संपन्न करके देहरादून से रवाना हो गई। हालांकि, इस दौरान पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं ने मौजूद होकर एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की।

Related Articles

Back to top button