भाई की शादी पर नहीं मिली छुट्टी, महिला ने चुना ऐसा रास्ता तो बॉस रह गए हैरान! खूब वायरल हो रहा फैसला

नई दिल्ली: कई बार ऑफिस का माहौल इतना टॉक्सिक हो जाता है कि कर्मचारियों को अपनी पर्सनल लाइफ और रिश्तों की अहमियत समझानी पड़ती है। हाल ही में ऐसी ही एक घटना सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। एक महिला ने अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए कंपनी से छुट्टी मांगी, लेकिन उसे अल्टीमेटम दिया गया-“या तो नौकरी चुनो, या शादी।”कंपनी का यह रवैया महिला को बिल्कुल नागवार गुज़रा। उसने बिना देर किए फैसला किया और नौकरी छोड़ दी। अब उसकी यह कहानी इंटरनेट पर छा गई है और लोग उसे “सलाम” कर रहे हैं।
महिला ने Reddit पर सुनाई आपबीती
रेडिट पर एक महिला ने अपनी यह घटना साझा की। उसने बताया कि उसने समय रहते कंपनी से छुट्टी मांगी थी ताकि भाई की शादी में जा सके। लेकिन मैनेजमेंट ने उसे साफ़ कह दिया कि छुट्टी नहीं दी जाएगी। यहां तक कि उसे यह चुनने के लिए मजबूर किया गया कि वह शादी में जाएगी या नौकरी बचाएगी।महिला लिखती है- “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे बॉस मुझे इस तरह मजबूर करेंगे। नौकरी मेरे लिए ज़रूरी है, लेकिन परिवार मेरी ज़िंदगी है। मैं अपने भाई की शादी मिस नहीं कर सकती थी। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया।”
महिला का साहसिक फैसला वायरल
महिला के इस फैसले ने वर्क-लाइफ बैलेंस पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। लोग कह रहे हैं कि नौकरी हमारी पूरी ज़िंदगी नहीं है, यह सिर्फ़ उसका एक हिस्सा है। परिवार और रिश्ते कहीं ज़्यादा अहम होते हैं। सोशल मीडिया यूज़र्स ने महिला के इस कदम की जमकर तारीफ़ की। एक यूज़र ने लिखा-“बहुत सही किया, ऐसी नौकरी का क्या फायदा जहां इंसान की पर्सनल लाइफ की कोई कीमत न हो।” दूसरे यूज़र ने लिखा-“इस तरह का टॉक्सिक वर्क कल्चर अब बदलना ही चाहिए।”*
वर्कप्लेस कल्चर पर उठे सवाल
यह मामला सिर्फ़ एक महिला की कहानी नहीं है, बल्कि उस कॉर्पोरेट कल्चर की भी झलक है, जिसमें छुट्टी मांगना किसी अपराध जैसा माना जाने लगा है। कर्मचारी चाहे कितनी मेहनत करें, लेकिन जब अपनी निजी ज़िंदगी के लिए छुट्टी मांगते हैं, तो उन्हें “ग़ैर-ज़िम्मेदार” कहा जाने लगता है।विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनियों को यह समझना होगा कि कर्मचारियों की फैमिली और पर्सनल ज़िंदगी भी उतनी ही अहम है। ऐसा न करने पर कर्मचारी मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं और कंपनी की साख पर भी असर पड़ सकता है।