नई दिल्ली: महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान अपने खानपान का ख़ास ध्यान रखना होता है। ऐसी चीज़ें खाने से बचना होता है जिससे बच्चे को किसी तरह का नुकसान पहुंच सके। इसलिए तुलसी की सबसे अच्छी बात यही है कि ये पूरी तरह से सुरक्षित होती है। यानी इसके कोई साइड-इफेक्ट नहीं होते है। गर्भावस्था में इसके नियमित सेवन से कई तरह के संक्रमण का ख़तरा कम हो जाता है। इसकी पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है।
तुलसी की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इससे मां और गर्भ में पल रहे बच्चे दोनों ही को संक्रमण होने का ख़तरा कम हो जाता है। तुलसी की पत्तियां मैग्नीशियम का अच्छा स्त्रोत होती हैं। ये बच्चों की हड्डियों के विकास के लिए बहुत जरूरी है। इसमें मौजूद मैगनीज टेंशन को कम करने का काम करता है.
तुलसी की पत्तियों में हीलिंग गुण होते हैं। इसकी पत्तियां एंटी-बैक्टीरियल होने के साथ-साथ एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होती हैं। तुलसी की दो पत्तियां खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती। गर्भावस्था में ज़्यादातर महिलाओं को एनिमिया की शिकायत हो जाती है। ऐसी महिलाओं को हर रोज़ तुलसी की दो पत्तियां खाने काफी फायदा मिल सकता है।