स्पोर्ट्स

Women’s WC Final : इंग्‍लैंड के सात विकेट गिरे

लंदन: आईसीसी महिला वर्ल्‍डकप जीतने से भारतीय टीम महज एक मैच की दूरी पर है. भारतीय टीम का सामना मेजबान इंग्‍लैंड से हो रहा है. फाइनल में दूसरी बार जगह बनाने वाली भारतीय टीम आज इतिहास रचने के इरादे से खिताबी जंग के लिए मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स मैदान पर है. इस मैच में जीत हासिल करते ही भारतीय टीम इतिहास रचकर वर्ल्‍डकप अपने नाम कर लेगी.भारत टूर्नामेंट के लीग दौर के अपने पहले मैच में इंग्लैंड को हरा चुकी है.Women’s WC Final : इंग्‍लैंड के सात विकेट गिरेसाल 2005 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्‍डकप के फाइनल में हारने वाली भारतीय टीम के लिए रविवार का दिन विशेष है. इस मैच में 2005 विश्व कप टीम की सदस्य झूलन गोस्वामी चार रन बनाते ही एक हजार रन और सौ विकेट लेने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगी.फाइनल में इंग्‍लैंड टीम की कप्‍तान ने टॉस जीता है आैर पहले बैटिंग करने का निर्णय लिया. भारतीय टीम ने अपनी सेमीफाइनल में खेलने वाली टीम में कोई बदलाव नहीं किया है. 49 ओवर के बाद इंग्‍लैंड का स्‍कोर 7 विकेट खोकर 221 रन है. लॉरेन विनफील्‍ड (24), टैमी ब्‍युमोंट (23), हीथर नाइट (1), सारा टेलर (45 ), फ्रेन विल्‍सन (0), नताली शिवर (51) और ब्रंट (34) आउट होने वाली बल्‍लेबाज हैं. जेनी गुन 21  और लॉरा मार्श 11  रन बनाकर क्रीज पर हैं.

भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत तेज गेंदबाज झूलन गोस्‍वामी ने की, जिसमें केवल एक रन बना. शिखा पांडे की ओर से फेंका गया दूसरा ओवर महंगा साबित हुआ जिसमें विनफील्‍ड और ब्‍युमोंट ने एक-एक चौका लगाया. ओवर में कुल 10 रन बने. इंग्‍लैंड की दोनों बल्‍लेबाजों में ब्‍युमोंट ज्‍यादा आक्रामक दिखीं. शिखा की ओर से फेंके गए पारी के छठे ओवर में 9 रन बने जिसमें ब्‍युमोंट के दो चौके शामिल थे. पारी के नौवें ओवर में झूलन की गेंद पर अम्‍पायर ने विनफील्‍ड को एलबीडब्‍ल्‍यू दे दिया था लेकिन टीवी अम्‍पायर ने फैसला बल्‍लेबाज के पक्ष में दिया और विनफील्‍ड आउट होने से बच गईं. 10वें ओवर में इंग्‍लैंड को एक और जीवनदान मिला जब स्पिनर राजेश्‍वरी गायकवाड़ की गेंद पर विकेटकीपर सुषमा वर्मा ने ब्‍युमोंट का कैच ड्रॉप कर दिया. यह जोड़ी जब भारत के लिए मुश्किल बन रही थी तब राजेश्‍वरी गायकवाड़ टीम के लिए सफलता लेकर आईं. उन्‍होंने लॉरेन विनफील्‍ड (24रन, चार चौके) को बोल्‍ड कर दिया. पहला विकेट 47 के स्‍कोर पर गिरा. पारी के 15वें ओवर में लेग स्पिनर पूनम यादव ने ब्‍यूमोंट (23रन, पांच चौके) को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई. जिनका कैच डीप मिडविकेट पर झूलन ने लपका. दूसरा विकेट 60 के स्‍कोर पर गिरा. अगले ही ओवर में पूनम यादव एक और सफलता लेकर आईं जब उन्‍होंने इंग्‍लैंड की कप्‍तान हीथर नाइट (1)को एलबीडब्‍ल्‍यू दिया. थर्ड अम्‍पायर ने यह फैसला भारतीय गेंदबाज के पक्ष में दिया. जल्‍दी-जल्‍दी तीन विकेट गिरने से इंग्‍लैंड की टीम दबाव में आ गई. तीसरा विकेट 63 रन के स्‍कोर पर गिरा.25 ओवर के बाद इंग्‍लैंड का स्‍कोर तीन विकेट पर 103 रन था.

63 रन के स्‍कोर पर तीन विकेट गिरने के बाद पारी को संवारने की जिम्‍मेदारी सारा टेलर और नताली शिवर ने निभाई. इन दोनों ने बिना किसी अतिरिक्‍त क्षति के स्‍कोर को 100 रन के पार पहुंचाया. 30 ओवर के बाद इंग्‍लैंड का स्‍कोर तीन विकेट पर 133 रन था. इस जोड़ी को तोड़ने के लिए तेज गेंदबाज झूलन गोस्‍वामी को भी आक्रमण पर लाया गया. यह फैसला कारगर रहा और झूलन ने सेट हो चुकी सारा टेलर (45 रन, 62 गेंद) को विकेटकीकीपर सुषमा वर्मा से कैच करा दिया. अगली ही गेंद पर झूलन टीम के लिए एक और सफलता लेकर आईं. उन्‍होंने नई बल्‍लेबाज फ्रेन विल्‍सन (0) को एलबीडब्‍ल्‍यू कर दिया. झूलन हैट्रिक के करीब थीं लेकिन ब्रंट ने खतरा टाल दिया. 35वें ओवर में भारत के पास एक और विकेट हासिल करने का मौका था लेकिन हरमनप्रीत की गेंद पर सुषमा वर्मा रन आउट का मौका चूक गईं. झूलन जल्‍द ही एक विकेट और लेने में सफल रहीं. उन्‍होंने अर्धशतक पूरा करने वाली नताली शिवर को (51रन, 88 गेंद, पांच चौके) को एलबीडब्‍ल्‍यू किया. देखते ही देखते इंग्‍लैंड का स्‍कोर तीन विकेट पर 146 रन से छह विकेट पर 164 रन पर पहुंच गया. 200रन के पहले इंग्‍लैंड टीम को एक और झटका झेलना पड़ा जब कैथरीन ब्रंट (34 रन, दो चौके) दीप्ति शर्मा के डायरेक्‍ट थ्रो पर रन आउट हो गईं. सातवां विकेट 196 के स्‍कोर पर गिरा.

इस वर्ल्‍डकप में भारत की रोटेशन पॉलिसी में अच्छी रणनीति की छाप दिखाई देती है. मंधाना, मिताली और एकता बिष्ट से लेकर वेदा कृष्णमूर्ति और अब  हरमनप्रीत कौर के बारे में सही समय पर सही फैसले लिए गए जो टीम के लिए खासे उपयोगी रहे. सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को हराया था.

भारत के शीर्ष क्रम की तीन बल्लेबाज इस वर्ल्‍डकप में सेंचुरी लगा चुकी हैं. बाएं हाथ की स्पिनर्स बखूबी विकेट चटका रही हैं. इस समय अच्‍छे फॉर्म में होने के बावजूद मेजबान इंग्‍लैंड टीम को हल्के में लेना भारत के लिए गलत साबित हो सकता है. मिताली इस बात को भलीभांति जानती हैं कि इंग्लैंड अपने घर में मजबूत टीम है. इंग्लैंड की नैट स्काइवर न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगा चुकी हैं. वह मैच को अपने पक्ष में करने का माद्दा रखती हैं. वह अपनी टीम को 2009 में न्यूजीलैंड को हराकर विश्व कप ट्रॉफी दिला चुकी हैं.

दोनों टीमें इस प्रकार हैं
भारत: मिताली राज (कप्तान),  स्मृति मंधाना, पूनम राउत, हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, वेदा कृष्णमूर्ति, सुषमा वर्मा (विकेटकीपर), झूलन गोस्‍वामी, शिखा पांडे, राजेश्‍वरी गायकवाड़ और पूनम यादव.

इंग्लैंड: हीथर नाइट (कप्तान), लॉरेन विनफील्‍ड, टैमी ब्युमोंट,  सारा टेलर (विकेटकीपर),  नताली शिवर,  फ्रेन विल्सन, कैथरीन ब्रंट, जेनी गुन, लॉरा मार्श,  आन्या श्रुबशोल और एलेक्‍स हर्टले.

 

Related Articles

Back to top button