World Cup India vs Bangladesh: बांग्लादेश के ये 5 खिलाड़ी बिगाड़ सकते हैं भारत का खेल!
वर्ल्ड कप में आज भारत का मुकाबला बांग्लादेश से है। इंग्लैंड से हारने के बाद भारत के लिए बांग्लादेश से जीतना एक चुनौती है। बांग्लादेश को बड़े उलटफेर के लिए जाना जाता है और इस टूर्नामेंट में भी बांग्लादेश ने वो मैच जीते हैं, जो काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे थे। ऐसे में भारत के लिए बांग्लादेश को हराना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि टीम के बल्लेबाज फॉर्म में हैं और लगातार अच्छा प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। भारत के मैच से पहले जानते हैं कि आखिर आज के मैच में बांग्लादेश के कौन-कौन से खिलाड़ी दिक्कत खड़ी कर सकते हैं…
शाकिब अल हसन- शाकिब अल हसन ने इस वर्ल्ड कप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और अच्छे ऑलराउंडर साबित हुए हैं। शाकिब टूर्नामेंट के 6 मैच में 476 रन बना चुके हैं और उनका स्ट्राइक रेट 99.16 का है। वहीं अभी तक वो 2 शतक और 3 अर्द्धशतक के साथ 10 विकेट भी ले चुके हैं। टॉप-5 बल्लेबाजों में शुरू से काबिज शाकिब को भारत के गेंदबाजों द्वारा आउट करना चुनौती होगा।
मुश्फिकुर रहीम- मुश्फिकुर रहीम ने वर्ल्ड कप 2019 में 6 मैच खेले हैं और 327 रन बनाए हैं। टूर्नामेंट में 1 शतक और 2 अर्द्धशतक लगा चुके रहीम भारतीय गेंदबाजों पर भारी पड़ सकते हैं और भारत को मैच में बढ़त बनाने के लिए 2-3 बल्लेबाजों को जल्द ही आउट करना होगा आवश्यक होगा। मुश्फिकुर रहीम ने 2015 से अभी तक 5 शतक और 14 अर्धशतक लगाए हैं।
तमीम इकबाल- वहीं तमीम इकबाल भी फॉर्म में हैं और उन्होंने 6 मैचों में 205 रन बना लिए हैं। साल 2015 के बाद से तमीम के बल्ले ने बांग्लादेश को काफी योगदान दिया है। पिछले कुछ सालों में तमीन इकबाल ने अच्छी बल्लेबाजी की है।
महमुदुल्लाह- महमुदुल्लाह को भी आउट करना विरोधी टीमों के लिए चुनौती रहता है। उन्होंने भले ही टूर्नामेंट में ज्यादा रन नहीं बनाए हो, लेकिन उनकी स्ट्राइक रेट काफी ज्यादा है और 5 मैचों में उन्होंने 93.59 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
मुस्ताफिजुर रहमान- वर्ल्ड कप 2019 में रहमान ने 6 मैच में 6.70 की इकोनॉमी से 10 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने 2015 से अभी तक खेले 52 मैचों में 93 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनकी इकोनॉमी 5.1 रही है।
बता दें कि बांग्लादेश के 7 मैच हो चुके हैं, लेकिन एक मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था। ऐसे में बांग्लादेश के खिलाड़ियों को सिर्फ 6 मैचों में ही खेलने का मौका मिला है।